यूपी (UP) के आगरा जिले (Agra District) में कोरोना का पहला केस मिला है। चीन से लौटे युवक में कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) होने की पुष्टि हुई है। बता दें कि युवक दो दिन पहले चीन से आया था। एक निजी लैब पर कोरोना की जांच कराई थी। कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव (Corona Report Positive)आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम (Health Department Team) युवक के घर पहुंच गई है।
लखनऊ। यूपी (UP) के आगरा जिले (Agra District) में कोरोना का पहला केस मिला है। चीन से लौटे युवक में कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) होने की पुष्टि हुई है। बता दें कि युवक दो दिन पहले चीन से आया था। एक निजी लैब पर कोरोना की जांच कराई थी। कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव (Corona Report Positive)आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम (Health Department Team) युवक के घर पहुंच गई है।
23 दिसंबर को आगरा आया युवक
शाहगंज क्षेत्र के रहने वाला 40 वर्ष का युवक चीन गया था। वह वहां से 23 दिसंबर को वापस आगरा आया। यहां उसने निजी लैब पर कोरोना की जांच कराई। रविवार को कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव (Corona Report Positive)आने पर निजी लैब द्वारा स्वास्थ्य विभाग(Health Department ) को सूचना दी गई।
संपर्क में आए लोगों की कराए जांच
रैपिड रेस्पोंस टीम को युवक के घर भेजा गया है। युवक के संपर्क में आए लोगों की भी जांच कराई जाएगी। सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि आरआरटी टीम कोरोना संक्रमित मरीज के घर पहुंच गई है।
सात दिन तक रखी जाएगी नजर
विदेश यात्रा से लौटने वाले यात्रियों की सूची लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से सात दिन तक नजर रखी जाएगी। इसके लिए एकीकृत कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ICCC) को सक्रिय कर दिया गया है। जिले व ब्लॉक स्तर पर पहले से गठित निगरानी समितियों को फिर से प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह सर्विलांस कर कोरोना के लक्षण वाले मरीजों को दवा का किट पहुंचाएंगे।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव (Chief Medical Officer Dr. Arun Kumar Srivastava) ने बताया कि कोरोना जांच (Corona Test)के लिए प्रयोगशालाओं को 24 घंटे के अंदर सक्रिय करने के निर्देश दिए गए हैं। जिले कीसभी निजी व सरकारी प्रयोगशालाओं में कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive)मिलने वाले मरीजों के नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग (Genome Sequencing) के लिए केजीएमयू की लैब (KGMU’s Lab) में भेजे जाएंगे। रैपिड रेस्पांस टीमों (Rapid Response Teams) को सक्रिय कर दिया गया है।
चिकित्सा अधिकारियों, पैरामेडिकल कार्मिकों को कोरोना के प्रबंधन से संबंधित फिर से प्रशिक्षण दिया जाएगा। अस्पतालों को वेंटीलेटर, कंसंट्रेटर व आक्सीजन प्लांट को क्रियाशील रखने के निर्देश दिए गए हैं। जनसामान्य को मास्क लगाने और सामाजिक दूरी का पालन करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।