कोडीन कफ सिरप प्रकरण (Codeine Cough Syrup Case) में यूपी एसटीएफ (UP STF) के रडार पर प्रदेश की पांच फार्मा कम्पनियां (Five Pharmaceutical Companies) है। इनके खिलाफ आरोपियों से साठ गांठ के साक्ष्य मिले हैं। इस आधार पर ही इनके खिलाफ एफआईआर (FIR) की कवायद भी शुरू कर दी गई है।
लखनऊ। कोडीन कफ सिरप प्रकरण (Codeine Cough Syrup Case) में यूपी एसटीएफ (UP STF) के रडार पर प्रदेश की पांच फार्मा कम्पनियां (Five Pharmaceutical Companies) है। इनके खिलाफ आरोपियों से साठ गांठ के साक्ष्य मिले हैं। इस आधार पर ही इनके खिलाफ एफआईआर (FIR) की कवायद भी शुरू कर दी गई है। वहीं एसटीएफ ( STF) ने इस मामले में लखनऊ और वाराणसी में फरार आरोपियों के परिजनों से पूछताछ कर रही है। इन लोगों से कई दस्तावेज भी मांगे गए है। एसटीएफ ( STF) ने बर्खास्त सिपाही आलोक सिंह, अमित टाटा और विभोर राणा के खिलाफ कई साक्ष्य जुटा लिए हैं। इनके बैंक खातों से भी कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं। इसी आधार पर एसटीएफ अपनी जांच आगे बढ़ा रही है।
इन सभी के गिरोह के मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल (Mastermind Shubham Jaiswal) से लेन-देन के साक्ष्य मिले हैं। ये लोग लम्बे समय से कोडीन युक्त सिरप (Codeine Cough Syrup) की सप्लाई कर रहे थे। इसमें मोटा मुनाफा देखकर ही आरोपियों ने एबॉट कम्पनी के सिरप का उत्पादन बंद करने के इन लोगों ने फर्जी दस्तावेजों से बनी फर्मों के जरिए पश्चिम बंगाल तक सिरप की सप्लाई की। फिर यहां से इसे तस्करी कर बांग्लादेश व नेपाल तक भेजा गया। विभोर राणा की गिरफ्तारी के बाद ही पूरे नेटवर्क का खुलासा हुआ था। एसटीएफ ( STF) की जांच में ही सामने आ रहा है कि कई फार्मा कम्पनियों ने भारी मुनाफा कमाने के लिए इस गिरोह का साथ दिया।
सात और फर्मों के लाइसेंस निरस्त
यूपी के वाराणसी जिले में कफ सिरप तस्करों के खिलाफ खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (FSDA) विभाग का शिकंजा कसता जा रहा है। शनिवार को सात और दवा फर्मों का लाइसेंस निरस्त किया गया। इसमें कई संचालकों ने क्रय-विक्रय का रिकॉर्ड नहीं दिया, कुछ ने गलत जानकारी दी। शुभम जायसवाल के पिता भोला प्रसाद की रांची स्थित फर्म शैली ट्रेडर्स ने बनारस में 126 फर्मों को कोडीन युक्त कफ सिरप सप्लाई (Supply of Codeine-Based Cough Syrup)की थी। जिन फर्मों के नाम पर सिरप भेजी गई थी। जब उनकी जांच की गई तो कई फर्म बंद मिली। वहीं कुछ फर्मों के पास क्रय-विक्रय का रिकॉर्ड नहीं मिला। इस मामले में अबतक 41 दवा फर्म संचालकों पर मुकदमा दर्ज हो चुका है। अब इनको नोटिस भेजकर क्रय-विक्रय का रिकॉर्ड मांगा जा रहा है।
खीरी से भी जुड़े हैं कफ सिरप कांड के तार
इस हाई प्रोफाइल कोडीन कफ सिरप कांड (Codeine Cough Syrup Scandal) के तार लखीमपुर से भी जुड़ने लगे हैं। यहां भी अवैध कोडीन का भंडारण पाया गया है। ड्रग इंस्पेक्टर (DI) ने अवैध कोडीन जब्त कर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। पुलिस ने आरोपियों को जेल भेज दिया है।
मिर्जापुर में कोडीनयुक्त सिरप तस्करी मामले में दो गिरफ्तार
मिर्जापुर में फर्जी दस्तावेजों के सहारे फर्म खोलकर कोडीनयुक्त सिरप की अवैध तस्करी करने वाले दो आरोपियों को अदलहाट पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। उन्हें बरईपुर (छोटा मिर्जापुर) से दबोचा गया। वे वाराणसी के रामनगर और सिगरा इलाके के रहने वाले हैं। जांच में सामने आया है कि दोनों के बैंक खातों से करोड़ों रुपये का लेनदेन हुआ है।