साइबर क्राइम का खतरा बढ़ते ही उत्तर प्रदेश पुलिस भी उनसे निपटने के लिए सक्रिय हो गई है। लोगों केा जागरूक करने के साथ ही लगातार साइबर जालसाजों से बचने के उपाय बता रही है। इस बीच पुलिस ने साइबर क्राइम की घटनाओं को लेकर एक्शन शुरू कर दिया है। इसी को लेकर अब साइबर क्राइम की शिकायत का हेल्पलाइन नंबर-155260 (Helpline Number-155260) जारी किया गया है।
लखनऊ। साइबर क्राइम का खतरा बढ़ते ही उत्तर प्रदेश पुलिस भी उनसे निपटने के लिए सक्रिय हो गई है। लोगों केा जागरूक करने के साथ ही लगातार साइबर जालसाजों से बचने के उपाय बता रही है। इस बीच पुलिस ने साइबर क्राइम की घटनाओं को लेकर एक्शन शुरू कर दिया है। इसी को लेकर अब साइबर क्राइम की शिकायत का हेल्पलाइन नंबर-155260 (Helpline Number-155260) जारी किया गया है।
कोई भी व्यक्ति इस नंबर पर कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है। ऑनलाइन फ्रॉड कर रक़म निकलने पर फौरन इस नंबर पर शिकायत की जा सकती है। ऐसा होते ही पुलिस तत्काल कार्रवाई शुरू कर देगी। लिहाजा, साइबर फ्रॉड की रक़म जिस खाते में गई हो, फौरन सीज कर दिया जाएगा। यही नही फ्रॉड की रक़म किसी पे-वॉलेट में जाती है तो उसे भी फ्रीज़ किया जाएगा।
बता दें कि, साइबर फ्राड खुद को बैंककर्मी बताकर ग्राहकों से ओटीपी और खात से संबंधित अन्य जानकारी हासिल कर लेते हैं। जानकारी होते ही वह खातों से रकम गायब कर देते हैं। इस हेल्पलाइन नंबर से ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभान्वित करने के लिए 155260 को यूपी 112 से भी जोड़ा गया है।
दरअसल केंद्र सरकार की योजना सिटीजन फाइनेंशियल फ्राड रिपोर्टिंग सिस्टम के तहत जारी राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 155260 को प्रदेश में 112 से जोड़ा गया है। अब यूपी में अगर कोई व्यक्ति साइबर ठगी का शिकार होता है तो वह व्यक्ति 24 घंटे के अंदर इस नंबर पर काल कर सकता है। इस नंबर आने वाली कॉल 112 से जुड़ जाएगी।इसें पीड़ित व्यक्ति को ठगी की पूरी जानकारी देनी होगी। इसके बाद कार्रवाई शुरू हो जाएगी।