दिल्ली नगर निगम (Delhi Municipal Corporation) के मेयर और डिप्टी मेयर के लिए होने जा रहे चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) ने एक बार फिर शैली ओबेरॉय (Shelly Oberoi)और आले मोहम्मद इकबाल (Mohammad Iqbal) को मैदान में उतारा है। आप (AAP) मेयर शैली ओबेरॉय (Mayer Shelly Oberoi) एक बार फिर मेयर प्रत्याशी होंगी।
नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम (Delhi Municipal Corporation) के मेयर और डिप्टी मेयर के लिए होने जा रहे चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) ने एक बार फिर शैली ओबेरॉय (Shelly Oberoi)और आले मोहम्मद इकबाल (Mohammad Iqbal) को मैदान में उतारा है। आप (AAP) मेयर शैली ओबेरॉय (Mayer Shelly Oberoi) एक बार फिर मेयर प्रत्याशी होंगी। वहीं, डिप्टी मेयर आले मोहम्मद इकबाल (Deputy Mayor Ale Mohammad Iqbal) को भी फिर से डिप्टी मेयर का प्रत्याशी बनाया गया है। शैली ओबेरॉय (Shelly Oberoi) ने नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है।
आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह (Rajya Sabha member Sanjay Singh) ने सोमवार सुबह प्रेस वार्ता कर कहा कि चुनाव में इस बार भी महापौर पद के लिए डॉ. शैली ओबेरॉय और उप महापौर पद के लिए आले मोहम्मद फिर से उम्मीदवार होंगे और आज ही यह दोनों अपना-अपना नामांकन कर दिया। इस दौरान राज्यसभा सदस्य संजय सिंह (Rajya Sabha member Sanjay Singh) भी मौजूद रहे।
विधानसभा सत्र कब बुलाया जाएगा ये विधानसभा अध्यक्ष तय करते हैं, एलजी नहीं : संजय सिंह
आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने सोमवार सुबह प्रेस वार्ता कर कहा कि एलजी को विधानसभा सत्र बुलाने पर आपत्ति करने का कोई अधिकार नहीं है। विधानसभा सत्र कब बुलाया जाएगा ये विधानसभा अध्यक्ष तय करते हैं, एलजी तय नहीं करते।
इन पदों पर 26 अप्रैल को होना है चुनाव
इस चुनाव में नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 18 अप्रैल है। मेयर-डिप्टी मेयर के पदों पर चुनाव 26 अप्रैल को होना है। इससे पहले मेयर के लिए चुनाव फरवरी में हुआ था, जिसमें ‘आप’ प्रत्याशी शैली ओबेरॉय (Shelly Oberoi) ने बीजेपी की रेखा गुप्ता को हराया था। शैली ओबेरॉय चुनाव में 150 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी, जबकि रेखा गुप्ता को 116 वोट मिले थे। वहीं, डिप्टी मेयर के पद भी आप उम्मीदवार आले मोहम्मद इकबाल (Mohammad Iqbal) ने बीजेपी के कमल बागड़ी को हराया था। आले मोहम्मद ने 147 वोट हासिल कर डिप्टी मेयर की सीट सीटी थी।
बता दें कि वित्तीय वर्ष की समाप्ति के बाद दिल्ली को नया मेयर मिलता है। दिल्ली में मेयर पद के लिए 5 साल के दौरान हर साल के आधार पर चुनाव होता है, जिसमें पहला वर्ष महिलाओं के लिए आरक्षित है, जबकि दूसरा साल मुक्त श्रेणी, तीसरा साल आरक्षित वर्ग के लिए और बाकी के दो साल फिर से मुक्त श्रेणी के लिए है।