HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. कांग्रेस के फैसले पर बरसे केशव प्रसाद मौर्य, कहा-श्रीरामलला के प्राणप्रतिष्ठा का न्यौता ठुकराकर हिन्दू विरोधी राजनीति का एजेंडा सेट किया

कांग्रेस के फैसले पर बरसे केशव प्रसाद मौर्य, कहा-श्रीरामलला के प्राणप्रतिष्ठा का न्यौता ठुकराकर हिन्दू विरोधी राजनीति का एजेंडा सेट किया

अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां जोरों से चल रहीं हैं। प्राण प्रतिष्ठा के दिन बड़ी संख्या में आमंत्रित लोग पहुंचेंगे। इस बीच कांग्रेस की तरफ से बड़ा बयान आया है। उनकी तरफ से कहा गया है कि, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे।

By शिव मौर्या 
Updated Date

लखनऊ। अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां जोरों से चल रहीं हैं। प्राण प्रतिष्ठा के दिन बड़ी संख्या में आमंत्रित लोग पहुंचेंगे। इस बीच कांग्रेस की तरफ से बड़ा बयान आया है। उनकी तरफ से कहा गया है कि, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। इसको लेकर अब भाजपा नेताओं ने निशाना साधना शुरू कर दिया है। डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कांग्रेस के इस फैसले पर उन्हें घेरा है।

पढ़ें :- 'आरक्षण में से रत्तीभर भी मैं धर्म के आधार पर उनके वोटबैंक को नहीं देने दूंगा,' पीएम मोदी का विपक्ष पर बड़ा हमला

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य एक्स पर लिखा कि, ”श्रीरामलला के प्राणप्रतिष्ठा का न्यौता कांग्रेसी मानसिकता के अनुसार खुलेआम ठुकराकर कांग्रेस पार्टी ने 2024 लोकसभा चुनाव में हिन्दू विरोधी घटिया राजनीति का एजेंडा सेट किया है।”

पढ़ें :- Lok Sabha Election 2024 : रायबरेली से नामांकन के बाद भावुक हुए राहुल गांधी, कहा- मां ने भरोसे से सौंपी परिवार की कर्मभूमि

बता दें कि, कांग्रेस की तरफ से बताया गया है कि, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। जयराम रमेश ने कहा कि, पिछले महीने, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी को अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन का निमंत्रण मिला।

उन्होंने कहा कि, भगवान राम की पूजा-अर्चना करोड़ों भारतीय करते हैं। धर्म मनुष्य का व्यक्तिगत विषय होता आया है, लेकिन भाजपा और आरएसएस ने वर्षों से अयोध्या में राम मंदिर को एक राजनीतिक परियोजना बना दिया है। स्पष्ट है कि एक अर्द्धनिर्मित मंदिर का उद्घाटन केवल चुनावी लाभ उठाने के लिए ही किया जा रहा है। 2019 के माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को स्वीकार करते हुए एवं लोगों की आस्था के सम्मान में मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी एवं अधीर रंजन चौधरी भाजपा और आरएसएस के इस आयोजन के निमंत्रण को ससम्मान अस्वीकार करते हैं।

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...