आवाज़ में बदलाव को अक्सर हम लोग नॉर्मल समझकर टाल देते है। कई बार हम लोग गले में खरास या ठंड समझकर बदलती हुई आवाज पर कोई ध्यान नही देते हैं। लेकिन आज से आप बिलकुल भी ये लापरवाही न करें । अगर आपका आवाज भारीपन या खराश दो हफ्तों से ज़्यादा बनी रहे, तो यह गले या वॉयस बॉक्स (लैरिंक्स) के कैंसर का संकेत हो सकता है। इसलिए इसे मामूली इसे मामूली समझने का भूल न करें।
आवाज़ में बदलाव को अक्सर हम लोग नॉर्मल समझकर टाल देते है। कई बार हम लोग गले में खरास या ठंड समझकर बदलती हुई आवाज पर कोई ध्यान नही देते हैं। लेकिन आज से आप बिलकुल भी ये लापरवाही न करें । अगर आपका आवाज भारीपन या खराश दो हफ्तों से ज़्यादा बनी रहे, तो यह गले या वॉयस बॉक्स (लैरिंक्स) के कैंसर का संकेत हो सकता है। इसलिए इसे मामूली इसे मामूली समझने का भूल न करें। अगर आप समय पर जांच करा लेगे तो न सिर्फ आपकी आवाज ठीक हो जाएगी बल्कि आपकी जान भी बच सकती है। लेकिन अफसोस की बात यह है कि लोग शुरूआती लक्षणों को नजरअंदाज करते हैं और डॉक्टर के पास तब पहुंचते हैं जब बीमारी काफी बढ़ चुकी होती है। जानिए गले के कैंसर का कैसे पता करें?
गले के कैंसर के लक्षण
अगर आवाज में लगातार बदलाव हो रहा है तो ये कैंसर का संकेत दे रहा है। इसके साथ ही खाना निगलने कठिनाई, लगातार गले में दर्द, कान में दर्द या गर्दन में गांठ भी गंभीर चेतावनी हो सकती है। ऐसे लक्षण दिखें तो बिना देरी किए ईएनटी विशेषज्ञ से मिलें।
गले के कैंसर से कैसे बचें?
तंबाकू का सेवन करने से बचें। जैसे ही आप तंबाकू छोड़ते हैं, कैंसर का जोखिम घटने लगता है और समय के साथ और कम होता जाता है। तंबाकू छोड़ने की कभी देर नहीं होती और अपने गले की देखभाल शुरू करने के लिए कोई भी समय जल्दी नहीं होता।