धूप में बहुत ज़्यादा निकलना और प्रदूषण दो प्रमुख कारण हैं, जो इंसान को समय से पहले उम्रदराज़ दिखाते हैं। हालांकि उम्र बढ़ना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, लेकिन कुछ बेहद शक्तिशाली इन्ग्रेडिएंट्स हैं, जो उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमी करते हैं।
लखनऊ: समय से पहले उम्र के निशां दिखना हर महिला का सबसे बड़ा डर होता है। हमारे कहने का मतलब है कि अगर हम ईमानदारी से बात करें तो कोई भी अपनी उम्र से ज़्यादा का नहीं दिखना चाहता।
धूप में बहुत ज़्यादा निकलना और प्रदूषण दो प्रमुख कारण हैं, जो इंसान को समय से पहले उम्रदराज़ दिखाते हैं। हालांकि उम्र बढ़ना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, लेकिन कुछ बेहद शक्तिशाली इन्ग्रेडिएंट्स हैं, जो उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमी करते हैं।
स्किनकेयर के लिहाज़ से रेटिनॉल एक चमत्कारी इन्ग्रेडिएंट है, ख़ासकर त्वचा को जवां बनाए रखने के लिए। रेटिनॉल विटामिन ए का ही एक प्रकार है। रेटिनॉल बारीक़ लाइन्स, झुर्रियों को कम करता है। इसके साथ ही कोलैजन के उत्पादन को बढ़ाकर ऐक्ने और डार्क स्पॉट्स को कम करने में मददगार है। रेटनॉइड्स का इस्तेमाल उम्र के दूसरे दशक यानी ट्वेंटीज़ से करना सही रहता है। इससे बारीक़ रेखाएं और झुर्रियां आने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है।
यह केमिकल एक्सफ़ोलिएंट ऑयली स्किन, ऐक्ने की समस्यावाली स्किन के लिए वरदान है। ऐक्ने की समस्या से निज़ात दिलाने में बेहतरीन स्पॉट ट्रीटमेंट के अलावा, यह बीटा-हॉइड्रॉक्सी एसिड अपने शक्तिशाली एक्सफ़ोलिएटिंग गुणों के चलते उम्र के बढ़ने के निशानों को दूर करने में कारगर है।
तेल में घुलनशील होने के चलते सैलिसेलिक एसिड त्वचा में अंदर तक जाता है। ग्रीसी पोर्स की सफ़ाई करता है, उन्हें खोलता है। चाहे सीरम के रूप में हो या एक्सफ़ोलिएंट के तौर पर, सैलिसेलिक एसिड आपकी त्वचा का बेस्ट फ्रेंड होने की क़ाबिलियत रखता है।
अगर आप स्किनकेयर को लेकर जागरूक रहनेवालों में से हैं तो आपको पता होगा कि पिछले कुछ समय से स्किनकेयर जगत में विटामिन सी की धूम मची हुई है। यह शक्तिशाली ऐंटीऑक्सिडेंट आपकी त्वचा को फ्री रैडिकल्स होनेवाले डैमेज से बचाता है।
आपकी त्वचा नियमित तौर पर गर्मी, प्रदूषण, धूल, मैल और चिपचिपेपन के संपर्क में नियमित रूप से आती रहती है। अगर आप नियमित रूप से विटामिन सी सीरम का इस्तेमाल करती हैं तो आप अपनी त्वचा के टेक्सचर में फ़र्क़ महसूस करेंगी। विटामिन सी आपकी त्वचा को इन कारकों से बचाने के साथ-साथ उसकी टोन को उजली बनाने में मदद करता है।
त्वचा को जवां बनाए रखने के लिए एक और स्किनकेयर इन्ग्रेडिएंट वरदान की तरह है। अगर आप हाइपरपिग्मेंटेशन, बारीक़ लाइन्स और झुर्रियों की समस्या को दूर रखना चाहती हैं तो आपको ऐसे स्किनकेयर प्रॉडक्ट्स यूज़ करने शुरू कर देना चाहिए, जिसमें ग्लायकॉलिक एसिड की अच्छी मात्रा हो।
फ़ेस क्रीम्स, क्लेंज़र्स और टोनर्स जैसे प्रॉडक्ट्स में पांच से सात प्रतिशत तक ग्लायकॉलिक एसिड की मात्रा होती है। कोई ऐसा प्रॉडक्ट, जिसमें ग्लायकॉलिक एसिड की मात्रा 10 से 20 प्रतिशत तक हो, उसका इस्तेमाल डर्मेटोलॉजिस्ट की सलाह के बाद ही करना चाहिए।