‘मैं उन लोगों को श्रद्धांजलि देता हूं, जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया और देश में लोकतंत्र की भावना को मजबूत करने के लिए काम किया। आपातकाल हमारे देश के इतिहास का कभी ना भूला जा सकने वाला समय है, जो संविधान के मूल्यों के पूरी तरह खिलाफ है।‘
नई दिल्ली। देश में लगाए गए आपतकाल के आज 48 साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने आपताकाल का विरोध करने वाले लोंगों को श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि, ”मैं उन सभी साहसी लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया और हमारी लोकतांत्रिक भावना को मजबूत करने के लिए काम किया। #DarkDaysOfEmergency हमारे इतिहास की कभी न भूलाने वाली वो अवधि है, जो हमारे संविधान की ओर से बनाए गए मूल्यों के बिल्कुल विपरीत है।”
I pay homage to all those courageous people who resisted the Emergency and worked to strengthen our democratic spirit. The #DarkDaysOfEmergency remain an unforgettable period in our history, totally opposite to the values our Constitution celebrates.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 25, 2023
वहीं, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी इस मौके पर ट्वीट करते हुए हुए लिखा है कि, ‘25 जून 1975 को एक परिवार ने अपने तानाशाही प्रवृत्ति के कारण देश के महान लोकतंत्र की हत्या कर आपातकाल जैसा कलंक थोपा था। जिसकी निर्दयता ने सैकड़ों वर्षों के विदेशी शासन के अत्याचार को भी पीछे छोड़ दिया। ऐसे कठिन समय में असीम यातनाएं सहकर लोकतंत्र की स्थापना के लिए संघर्ष करने वाले सभी राष्ट्र भक्तों को नमन करता हूँ‘।
25 जून 1975 को एक परिवार ने अपने तानाशाही प्रवृत्ति के कारण देश के महान लोकतंत्र की हत्या कर आपातकाल जैसा कलंक थोपा था।
जिसकी निर्दयता ने सैकड़ों वर्षों के विदेशी शासन के अत्याचार को भी पीछे छोड़ दिया।
ऐसे कठिन समय में असीम यातनाएं सहकर लोकतंत्र की स्थापना के लिए संघर्ष करने…
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) June 25, 2023
25 जून 1975 को लागू हुई थी इमजरेंसी
इंदिरा गांधी सरकार ने देश में 25 जून 1975 को इमरजेंसी लागू की थी। यह इमरजेंसी 21 महीने यानी 21 मार्च 1977 तक चली। इंदिरा गांधी ने संविधान के अनुच्छेद 352 के तहत मिली शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए देश में आपातकाल लागू किया था।