देश में लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) की तारीखों के ऐलान के बाद से ही पार्टियां अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर रही है। इसी बीच देश की वित्त मंत्री (Finance Minister) निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने बताया कि बीजेपी ने उन्हें लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए कहा था, लेकिन उन्होनें मना कर दिया। चुनाव न लड़ने की वजह बताते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि उनके पास चुनाव लड़ने के लिए उतने पैसे नहीं हैं।
नई दिल्ली। देश में लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) की तारीखों के ऐलान के बाद से ही पार्टियां अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर रही है। इसी बीच देश की वित्त मंत्री (Finance Minister) निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने बताया कि बीजेपी ने उन्हें लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए कहा था, लेकिन उन्होनें मना कर दिया। चुनाव न लड़ने की वजह बताते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि उनके पास चुनाव लड़ने के लिए उतने पैसे नहीं हैं।
देश की फाइनेंशियल हेल्थ का लेखा-जोखा रखने वालीं सीतारमण के पास जानें कितनी संपत्ति हैं?
इतनी है वित्त मंत्री सीतारमण की नेटवर्थ पैसों की कमी का हवाला देते हुए लोकसभा चुनाव ना लड़ने के वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के फैसले ने सभी को हैरान कर दिया है। साल 2019 में चुनाव आयोग (Election Commission) में दाखिल कराए गए हलफनामे के मुताबिक, निर्मला सीतारमण की संपत्ति (Nirmala Sitharaman Net Worth) करीब 2 करोड़ रुपये से ज्यादा है, जबकि उनके ऊपर 30 लाख रुपये से ज्यादा की देनदारी है।
पीएमओ की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, साल 2022 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पास महज 7,350 रुपये का कैश और तमाम बैंक अकाउंट्स में उनके द्वारा डिपॉजिट की गई रकम 35,52,666 रुपये है। वित्त मंत्री ने पीपीएफ (PPF) में 1,59,763 रुपये का इन्वेस्ट किया है, तो वहीं म्यूचुअल फंड में उनके द्वारा निवेश की गई रकम 5,80,424 रुपये है। उनके पास कोई इंश्योरेंस पॉलिसी नहीं है। न ही उन्होंने LIC और न ही कोई अन्य बीमा लिया है।
वित्त मंत्री के पास नहीं है कोई कार
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के तरफ से घोषित की गई संपत्ति की डिटेल के मुताबिक उनके पास कोई कार तक नहीं है, बल्कि उनके नाम पर एक बजाज चेतक स्कूटर है, जिसकी कीमत महज 28,200 रुपये बताई गई है। ज्वेलरी की बात करें, तो साल 2022 में उनके पास कुल 18,46,987 रुपये के ज्वेलरी थी। इनमें करीब 315 ग्राम सोना शामिल है। आज की तारीख में उनके पास मौजूद गोल्ड की कीमत ही करीब 20 लाख रुपये से ज्यादा है। बात करें निर्मला सीतारमण की अचल संपत्ति के बारे में, तो शेयर जानकारी के मुताबिक, उनके पास तेलंगाना के हैदराबाद में एक आलीशान घर है, जिसकी कीमत 1,70,51,400 रुपये बताई गई है। इसके अलावा उनके नाम पर हयात नगर में नॉन एग्रीकल्चर लैंड भी दर्ज है और इसकी कीमत 17,08,800 रुपये बताई गई है।
निर्मला सीतारमण के नाम पर तीन लोन
18 अगस्त 1959 को मदुरै में जन्मीं Nirmala Sitharaman भारत की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री हैं। उनके पास 2 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति होने के साथ ही लाखों रुपये की देनदारी भी है। उसके पास 19 साल का एक होम लोन, एक साल का ओवरड्राफ्ट और 10 साल का Mortgage Loan है। डिटेल में जानें तो उनके पास Home Loan की देनदारी 5,44,822 रुपये, ओवरड्राफ्ट की देनदारी 2,53,055 रुपये और मॉर्गेज लोन की देनदारी 18,93,989 रुपये का है. चुनाव आयोग के मुताबिक लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए एक उम्मीदवार अधिकतम 95 लाख रुपये तक खर्च कर सकता है। उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए पैसे कहां से आए, उस सोर्स के बारे में बताना होता है। कई उम्मीदवारों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने पर पार्टी फंड से चुनाव लड़ने के लिए पैसे मिलते हैं। हालांकि हर उम्मीदवार को चुनाव में खर्च का हिसाब देना पड़ता है, और हर काम के लिए चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित रकम ही खर्च करने की इजाजत होती है।
वित्त मंत्री ने कहा कि बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें आंध्र प्रदेश या तमिलनाडु से चुनाव लड़ने का विकल्प दिया था। उन्होनें बताया जिसके बाद वो एक हफ्ते तक सोचने के बाद बीजेपी अध्यक्ष से वित्त मंत्री ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि मैं चुनाव लड़ने में सक्षम हूं। साथ ही उन्होनें बताया कि मैं पार्टी की बहुत आभारी हूं कि उन्होंने मेरी लोकसभा चुनाव न लड़ने की बात को मान लिया।
जब वित्त मंत्री से पूछा गया कि देश की वित्त मंत्री के पास चुनाव लड़ने के लिए फंड क्यों नहीं है? तो इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भारत की संचित निधि (Consolidated Fund) उनकी निजी नहीं है। सीतारमण ने कहा कि मेरा वेतन, मेरी कमाई और मेरी बचत मेरी अपनी है, लेकिन भारत की संचित निधि पर मेरा कोई अधिकार नहीं है।
प्रचार में रहेंगी शामिल
भाजपा ने 19 अप्रैल से शुरू होने वाले आगामी लोकसभा चुनावों में कई मौजूदा राज्यसभा सदस्यों को मैदान में उतारा है। इनमें पीयूष गोयल, भूपेन्द्र यादव, राजीव चन्द्रशेखर, मनसुख मंडाविया और ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल हैं। सीतारमण कर्नाटक से राज्यसभा सदस्य हैं। हालांकि चुनाव लड़ने से इंकार करने के बावजूद भी मंत्री ने कहा कि वो अन्य उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगी। उन्होंने कहा कि मैं कई मीडिया कार्यक्रमों में भाग लूंगी और उम्मीदवारों के साथ जाऊंगी। मैं राजीव चंद्रशेखर के प्रचार के लिए जाऊंगी और प्रचार अभियान में रहूंगी।