राजस्थान के दौसा के काली घाट गांव में पांच साल मासूम आर्यन खेत में बोरवेल में गिर गया था। आर्यन को निकालने के लिए सोमवार से राहत एंव बचाव कार्य़ चलाया जा रहा है। 27 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद भी उसे बोरवेल से बाहर नहीं निकाला जा सका है। मंगलवार को रेस्क्यू ऑपरेशन रोक दिया गया।
राजस्थान के दौसा के काली घाट गांव में पांच साल मासूम आर्यन खेत में बोरवेल में गिर गया था। आर्यन को निकालने के लिए सोमवार से राहत एंव बचाव कार्य़ चलाया जा रहा है। 27 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद भी उसे बोरवेल से बाहर नहीं निकाला जा सका है। मंगलवार को रेस्क्यू ऑपरेशन रोक दिया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आर्यन अपनी मां के साथ खेत में था और उसका पैर फिसलने की वजह से खुले बोरवेल में गिर गया। बोरवेल की गहराई करीब 160 फीट है। जिसे तीन साल पहले खोदा गया था। हांलकि इस बोरवेल का इस्तेमाल नहीं हो रहा था, क्योंकि शुरुआत में ही इसमें मोटर फंस गई थी जब से खुला पड़ा था।
मासूम आर्यन को बोरवेल से बाहर निकालने का अभियान मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। इस दौरान सीसीटीनी कैमरे की मदद से आर्य़न की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। पाइप के जरिये लगातार ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सोमवार को जेसीबी से खुदाई कर आर्यन को बाहर निकालने की कोशिश की गई,लेकिन काफी गहराई होने की वजह से काम मंगलवार को रोक दिया गया। अब बगल में खुदाई कर एक टनल बनाया जा रहा है।
बोरवेल के बराबर में एक टनल खोदा जा रहा है। बोरवेल से बच्चे को निकालने के कई और भी विकल्प तलाशे गये, लेकिन किसी में कामयाबी नही मिली। रस्सी के सहारे भी आर्यन को निकालने में सफलता नही मिली।
दौसा के अतिरिक्त पुलिस अक्षीक्षक दिनेश कुमार अग्रवाल ने कहा कि कैमरे से देखे जाने पर नजर आया कि बच्चा 150 फीट की गहराई पर है। उन्होंने कहा कि इतनी गहराई रेस्क्यू में बड़ी चुनौती बन रही है। बच्चे के बोरवेल में गिरते ही राहत एंव बचाव कार्य शुरु हो गया। घटनास्थल पर प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की तरफ से कोशिशे की जा रही हैं।