HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. दिल्ली
  3. Donald Trump : पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप गिरफ्तारी के बाद रिहा, लगा 1.22 लाख डॉलर का जुर्माना

Donald Trump : पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप गिरफ्तारी के बाद रिहा, लगा 1.22 लाख डॉलर का जुर्माना

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Former US President Donald Trump) पॉर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स (Porn Star Stormy Daniels) से जुड़े आपराधिक मामले में मंगलवार को मैनहैटन की अदालत (Manhattan court) में पेश होने पहुंचे। इसके बाद ट्रंप को गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके तुरंत बाद उन्हें रिहा कर दिया गया।

By संतोष सिंह 
Updated Date

मैनहैटन। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Former US President Donald Trump) पॉर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स (Porn Star Stormy Daniels) से जुड़े आपराधिक मामले में मंगलवार को मैनहैटन की अदालत (Manhattan court) में पेश होने पहुंचे। इसके बाद ट्रंप को गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके तुरंत बाद उन्हें रिहा कर दिया गया। बता दें कि ट्रंप के खिलाफ 2016 के राष्ट्रपति चुनाव से पहले पॉर्न स्टार (Porn Star) को मुंह बंद रखने के लिए पैसे देने और उसे छिपाने के लिए आर्थिक रिकॉर्ड में हेराफेरी समेत 34 आरोप लगे हैं। कोर्ट में पेशी के दौरान ट्रंप ने सभी आरोपों को गलत बताते हुए खुद को बेकसूर बताया।

पढ़ें :- मिल्कीपुर में कोई व्यक्ति नहीं, पीडीए का प्रतिनिधि लड़ रहा, यह उपचुनाव देश के उपचुनावों के इतिहास का सबसे बड़ा चुनाव होगा : अखिलेश यादव

दलीलें सुनने के बाद अदालत ने ट्रंप को करीब 1.22 लाख डॉलर का जुर्माना भरने का आदेश दिया। जुर्माना राशि स्टॉर्मी डेनियल्स (Stormy Daniels)को दी जाएगी। सुनवाई के बाद ट्रंप कोर्ट से रवाना हो गए। इस मामले में अगली सुनवाई चार दिसंबर को होगी। वहीं, ट्रंप आपराधिक मामले में गिरफ्तार होने वाले पहले अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति बन गए हैं।

 

इससे पहले, न्यूयॉर्क की अदालत ने इस मामले में पूर्व राष्ट्रपति के खिलाफ आपराधिक केस चलाने की मंजूरी दी थी। उसी मामले में वह अदालत में पेश होने पहुंचे थे। बड़ी संख्या में उनके समर्थक मैनहैटन अदालत के बाहर पहुंच गए थे। इसके मद्देनजर अदालत के अंदर और बाहर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। ट्रंप ने पॉर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को पैसे देने के संबंध में कुछ भी गलत करने से इन्कार किया है। मैनहैटन जिला अटॉर्नी के कार्यालय की ओर से मामले की जांच तब शुरू की गई थी जब ट्रंप राष्ट्रपति थे।

ट्रंप का मामला बाइडन के लिए बड़ा मुद्दा नहीं: व्हाइट हाउस

पढ़ें :- NEET-UG 2025: NTA ने किया ऐलान, पेन और पेपर मोड में ही होगी परीक्षा

इस बीच व्हाइट हाउस ने कहा है कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का मामला बाइडेन के लिए बड़ा मुद्दा नहीं है। ट्रंप की कोर्ट में पेशी के संबंध में व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव करीन जीन-पियरे ने कहा कि ट्रंप पर अभियोग निश्चित रूप से सुर्खियां बटोरेगा, लेकिन वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन का इससे कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि हम इस पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। इसमें हमारे लिए ऐसा कुछ नहीं है, जिस पर ध्यान केंद्रित किया जाए। राष्ट्रपति बाइडन का ध्यान अमेरिकी लोगों को महंगाई से राहत पहुंचाने पर है।

वहीं, अदालत में पेश होने से पहले उन्होंने अपने समर्थकों को ईमेल के जरिए एक संदेश भेजा है। इसमें उन्होंने दावा किया है कि अमेरिका ‘मार्क्सवादी तीसरी दुनिया’ का देश बनता जा रहा है। इसमें उन्होंने कहा कि मेरी गिरफ्तारी से पहले यह मेरा आखिरी ईमेल है।

अमेरिका में न्याय के खत्म होने का दिन- ट्रंप

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने लिखा कि आज हम अमेरिका में न्याय के खत्म होने का शोक मनाते हैं। आज वह दिन है जब एक सत्तारूढ़ राजनीतिक दल अपने प्रमुख प्रतिद्वंद्वी को कोई अपराध नहीं करने के लिए गिरफ्तार करता है। उन्होंने आगे लिखा जैसा कि मैं अगले कुछ घंटों के लिए कमीशन से बाहर रहूंगा, मैं इस समय पर आप सभी के समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं।

अमेरिका बनता जा रहा है थर्ल्ड वर्ल्ड कम्युनिस्ट देश

पढ़ें :- सीएम योगी के आदेश पर भारी स्वास्थ्य विभाग, अयोध्या मेडिकल कॉलेज के भ्रष्ट प्रिंसिपल पर दो सप्ताह बाद लिया एक्शन

ट्रंप ने अपने मेल में लिखा कि हमारा देश एक थर्ल्ड वर्ल्ड कम्युनिस्ट का देश बनता जा रहा है, जो असहमति को अपराधी बना देता है और अपने राजनीतिक विरोध को जेल में डाल देता है, लेकिन अमेरिका में उम्मीद मत खोइए! हम एक ऐसे राष्ट्र हैं जिसने दुनिया के सबसे बड़े साम्राज्य से अपनी स्वतंत्रता की घोषणा की, दो विश्व युद्ध जीते, और पहले आतमी को आदमी चाँद पर उतारा। ट्रंप ने आगे लिखा, ‘हमारा आंदोलन बहुत आगे निकल चुका है। मेरे मन में कोई संदेह नहीं है कि हम एक बार फिर जीतेंगे और 2024 में व्हाइट हाउस पहुंचेंगे।

गिरफ्तारी से पहले ट्रंप बोले-2024 में सत्ता में लौटूंगा

ट्रंप ने गिरफ्तारी से पहले दावा किया कि वर्ष 2024 में वह फिर सत्ता में लौटेंगे। उन्होंने कहा, विश्वास नहीं हो रहा कि अमेरिका में यह सब हो रहा है। उधर, रिपब्लिकन और डेमोक्रेट सांसदों में वाकयुद्ध बढ़ गया है। वहीं, वरिष्ठ वकीलों के अनुसार, ट्रंप का जेल जाना दूर की कौड़ी है। उनके खिलाफ पहले आरोप तय होना और फिर दोषी साबित करना ही मुश्किल होगा।

उधर, न्यूयॉर्क में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। लेकिन, पेशी से पहले ही यहां ट्रंप की मुखालफत करने और उनके समर्थन में रैली निकालने वाले लोग भारी संख्या में जमा हो गए। सुरक्षा संभालने के लिए यहां 35,000 से ज्यादा सुरक्षा बलों को तैनात किया गया। बावजूद इसके जमकर नारेबाजी हुई।

मीडिया कवरेज पर लगी रोक

ट्रंप के मामले में सुनवाई करने वाले कोर्ट ने सोमवार रात को कहा था कि मीडिया संगठनों को ट्रंप को आरोपित करने की प्रक्रिया का प्रसारण करने की अनुमति नहीं होगी लेकिन कुछ कैमरा मैन कार्यवाही के आधिकारिक तौर पर शुरू होने से पहले तस्वीरें ले सकते हैं। माना जा रहा है कि सुनवाई के बाद ट्रंप लोगों की सभा को संबोधित कर सकते हैं।

पढ़ें :- रोहित शर्मा जा सकते हैं पाकिस्तान! चैंपियंस ट्रॉफी 2025 ओपनिंग सेरेमनी में होंगे शामिल

अगर जेल गए तो सीक्रेट सर्विस कैसे देगी सुरक्षा?

वकीलों ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप पर मुकदमा ही नहीं चलाया जाएगा, लिहाजा उन्हें दोषी ठहराना तो दूर की बात है। विशेषज्ञों के अनुसार, उन्हें सजा हुई तो सीक्रेट सर्विस को जेल में उनकी सुरक्षा का इंतजाम करना होगा। वहीं, एक वकील ने बताया कि इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन को उनके बाद बनने वाले राष्ट्रपति जेराल्ड फोर्ड ने माफ कर दिया था। आरोन बूर, जो पूर्व अमेरिकी उपराष्ट्रपति थे, उन्हें भी माफ कर दिया गया था। ट्रंप भी जेल नहीं जाएंगे। ट्रंप के वकील के अनुसार, व्हाइट हाउस की दौड़ में शामिल होने के इच्छुक 74 वर्षीय रिपब्लिकन नेता ट्रंप अदालत के समक्ष आपराधिक मामले में दोषी होने से इन्कार करेंगे।

स्टेटन आइलैंड में सुनवाई की मांग

इसके अलावा, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथसोशल पर अपने मामले को लेकर सुनवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि उनकी सुनवाई न्यूयॉर्क से स्टेटन द्वीप ट्रांसफर कर दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले को पास के स्टेटन द्वीप में ट्रांसफर किया जाना चाहिए। वह सुनवाई के लिए उचित और सुरक्षित स्थान होगा।

जानें क्या है मामला?
ट्रंप पर एक पोर्न स्टार को भुगतान करने का आरोप सिद्ध हुआ है। एक ग्रैंड जूरी जांच ने उनके खिलाफ अभियोग की मंजूरी दी थी। ऐसे में वह आपराधिक आरोपों का सामना करने वाले पहले पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति हैं। इस बीच, स्टॉर्मी ने कहा है कि वह पूर्व राष्ट्रपति से नहीं डरती हैं। ट्रंप पर आरोप है कि उन्होंने पोर्न स्टार को 1.30 लाख डॉलर का गुप्त तरीके से भुगतान किया था। वहीं, सीएनएन के अनुसार, उनके वकील ने कहा था कि पूर्व राष्ट्रपति स्वेच्छा से न्यूयॉर्क कानून प्रवर्तन के सामने आत्मसमर्पण करेंगे और कानूनी चुनौतियों का सामना करने की योजना बना रहे हैं।

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...