'Mann Ki Baat' Program 111th Episode: भारत के प्रधानमंत्री की कुर्सी तीसरी बार संभालने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने रविवार को अपने तीसरे कार्यकाल में पहली बार मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से देशवासियों को संबोधित किया। करीब चार महीने के लंबे अंतराल के बाद 'मन की बात' कार्यक्रम के 111वां एपिसोड को 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों के अलावा 11 विदेशी भाषाओं में भी प्रसारित किया गया। जिसमें पीएम मोदी ने संविधान, पर्यावरण, Paris Olympic और Araku coffee की खेती जैसे मुद्दों पर चर्चा की।
‘Mann Ki Baat’ Program 111th Episode: भारत के प्रधानमंत्री की कुर्सी तीसरी बार संभालने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने रविवार को अपने तीसरे कार्यकाल में पहली बार मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से देशवासियों को संबोधित किया। करीब चार महीने के लंबे अंतराल के बाद ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 111वां एपिसोड को 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों के अलावा 11 विदेशी भाषाओं में भी प्रसारित किया गया। जिसमें पीएम मोदी ने संविधान, पर्यावरण, Paris Olympic और Araku coffee की खेती जैसे मुद्दों पर चर्चा की।
‘मन की बात’ कार्यक्रम के 111वां एपिसोड की प्रमुख बातें
‘मन की बात’ रेडियो कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा- ‘मैं आज देशवासियों को धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने हमारे संविधान और देश की लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं पर अपना अटूट विश्वास दोहराया है। 2024 का चुनाव, दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव था। दुनिया के किसी भी देश में इतना बड़ा चुनाव कभी नहीं हुआ। मैं चुनाव आयोग और मतदान की प्रकिया से जुड़े हर व्यक्ति को इसके लिए बधाई देता हूं।’
‘मन की बात’ के 111वां एपिसोड में पीएम मोदी ने कहा, ‘हम सबके जीवन में ‘माँ’ का दर्जा सबसे ऊँचा होता है। जन्मदात्री माँ का ये प्यार हम सब पर एक कर्ज की तरह होता है जिसे कोई चुका नहीं सकता। हम माँ को कुछ दे तो सकते नहीं, लेकिन और कुछ कर सकते हैं क्या ? इसी सोच में से इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस पर एक विशेष अभियान शुरू किया गया है, इस अभियान का नाम है – ‘एक पेड़ माँ के नाम’। मैंने भी एक पेड़ अपनी माँ के नाम लगाया है।’
पीएम मोदी ने कहा- ‘मैं आपको एक खास तरह के छातों के बारे में बताना चाहता हूं। ये छाते केरला में तैयार होते हैं। वैसे तो केरला की संस्कृति में छातों का विशेष महत्व है। लेकिन मैं जिस छाते की बात कर रहा हूं, वो हैं ‘कार्थुम्बी छाते’ और इन्हें केरला के अट्टापडी में तैयार किया जाता है। इन रंग-बिरंगे छातों को केरला की हमारी आदिवासी बहनें तैयार करती हैं। आज देशभर में इन छातों की मांग बढ़ रही हैं। इनकी Online बिक्री भी हो रही है। इन छातों को ‘वट्टालक्की सहकारी कृषि सोसाइटी’ की देखरेख में बनाया जाता है। इस सोसाइटी का नेतृत्व हमारी नारीशक्ति के पास है।’
रेडियो कार्यक्रम में उन्होंने कहा, ‘पेरिस ओलंपिक में आपको कुछ चीजें पहली बार देखने को मिलेंगी। Shooting में हमारे खिलाड़ियों की प्रतिभा निखरकर सामने आ रही है। Table-Tennis में Men और Women दोनों टीमें qualify कर चुकी हैं। भारतीय Shotgun Team में हमारी शूटर बेटियाँ भी शामिल हैं। इस बार कुश्ती और घुड़सवारी में हमारे दल के खिलाड़ी उन Categories में भी compete करेंगे, जिनमें पहले वे कभी शामिल नहीं रहे।’
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा- ‘इस महीने पूरी दुनिया ने 10वें योग दिवस को भरपूर उत्साह और उमंग के साथ मनाया है। मैं भी जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में आयोजित योग कार्यक्रम में शामिल हुआ था। कश्मीर में युवाओं के साथ-साथ बहनों-बेटियों ने भी योग दिवस में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। जैसे-जैसे योग दिवस का आयोजन आगे बढ़ रहा है, नए-नए records बन रहे हैं।’
मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा- ‘भारत के कितने ही प्रॉडक्ट्स हैं, जिनकी दुनिया-भर में बहुत डिमांड है। ऐसा ही एक प्रॉडक्ट Araku coffee है। यह कॉफी आंध्र प्रदेश के अल्लुरी सीता राम राजू जिले में बड़ी मात्रा में पैदा होती है। ये अपने rich flavour और aroma के लिए जानी जाती है। Araku coffee की खेती से करीब डेढ़ लाख आदिवासी परिवार जुड़े हुए हैं। Araku coffee को नई ऊंचाई देने में Girijan cooperative की बहुत बड़ी भूमिका रही है। इसने यहां के किसान भाई बहनों को एक साथ लाने का काम किया और उन्हें Araku coffee की खेती के लिए प्रोत्साहन दिया। इससे इन किसानों की कमाई भी बहुत बढ़ गई है।’