सदियों से मां गंगा आस्था को केंद है । श्रद्धालु मां गंगा को धर्म, अर्थ, काम ,मोक्ष के रूप में पूजते है। जीवन में सुख और दुख दोनों परिस्थितियों में मां गंगा के जल का आचमन शक्ति और साहस देता है।
Ganga Dussehra 2024 : सदियों से मां गंगा आस्था को केंद है । श्रद्धालु मां गंगा को धर्म, अर्थ, काम ,मोक्ष के रूप में पूजते है। जीवन में सुख और दुख दोनों परिस्थितियों में मां गंगा के जल का आचमन शक्ति और साहस देता है। भारत में आदिकाल से ही मां गंगा की पूजा होती आ रही है। गंगा के पवित्र जल को अमृत के समान माना जाता है। धर्म कथाओं के अनुसार,मां गंगा का धार्मिक महत्व है। मां गंगा के प्रति आस्था को प्रकट करने के लिए हिन्दू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन गंगा दशहरा पर्व मनाया जाता है।
इस दिन गंगा तट धूमधाम के साथ मेले सजते हैं। श्रद्धालु पवित्र गंगा डुबकी लगाते है। इस पर्व में स्नान, दान और व्रत का विशेष महत्व होता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इन अवसरों पर गंगा नदी में डुबकी लगाने से मनुष्य के सभी पाप धुल जाते हैं तथा मोक्ष की प्राप्ति होती है।
गंगा दशहरा 2024 तिथि
वैदिक पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि 16 जून रात्रि 02 बजकर 32 मिनट पर शुरू हो रही है और इस तिथि का समापन 17 जून सुबह 04 बजकर 40 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार, गंगा दशहरा पर्व 16 जून 2024, रविवार के दिन मनाया जाएगा।
इस विशेष दिन पर भगवान शिव की विधिवत उपासना करने से भी विशेष लाभ प्राप्त होता है और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। इस विशेष दिन पर पितरों को तर्पण प्रदान करने से भी लाभ प्राप्त होता है।