सनातन धर्म में मां गंगा की महिमा का वर्णन मोक्षदायिनी के रूप में होता है। वैदिक साहित्य में जीवन के चार विशेष चरणों धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष का वर्णन मिलता है।
Ganga Dussehra 2024 : सनातन धर्म में मां गंगा की महिमा का वर्णन मोक्षदायिनी के रूप में होता है। वैदिक साहित्य में जीवन के चार विशेष चरणों धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष का वर्णन मिलता है। मां गंगा उपस्थिति इन चारों चरणों में होती है। मां गंगा के बिना भारतीय जीवन दर्शन की कल्पना अधूरी रह जाती है। सदियों से गंगा तट पर गंगा दशहरा के दिन पर्व मनाया जात है। इस विशेष तिथि पर श्रद्धालु मां गंगा में डुबकी लगाते है और जीवन के जगत के कल्याण के लिए मां गंगा से प्रार्थना करते है।
पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन मां गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था। मान्यता है कि इस विशेष दिन पर मां गंगा की उपासना करने से सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में आ रही कई प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती है।
वैदिक पंचांग के अनुसार, कल यानी 16 जून 2024, रविवार के दिन गंगा दशहरा पर्व मनाया जाएगा। इस विशेष दिन पर मां गंगा की उपासना करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है।
हिंदू धर्म में मां गंगा को मोक्षदायिनी के नाम से जाता है। सदियों से ऐसी मान्यता चली आ रही है कि, जो व्यक्ति मां गंगा में स्नान करता है, उन्हें सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है।