सीएम योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) के गोंडा पहुंचने के पहले वहां पार्टी के अंदर हंगामा मच गया है। मंडलीय समीक्षा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने जनप्रतिनिधियों से मुलाकात का समय भी तय किया था। इससे भाजपा नेता भी मौके पर पहुंच गये।
गोंडा। सीएम योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) के गोंडा पहुंचने के पहले वहां पार्टी के अंदर हंगामा मच गया है। मंडलीय समीक्षा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने जनप्रतिनिधियों से मुलाकात का समय भी तय किया था। इससे भाजपा नेता भी मौके पर पहुंच गये। सर्किट हाउस (Circuit House) में मुख्यमंत्री के साथ तय बैठक में जाने लगे तो रोक दिया गया। जिससे भाजपा नेता खफा हो गए।
सर्किट हाउस (Circuit House) के सामने सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। भाजपा जिला उपाध्यक्ष राजेश राय चंदानी, सोनी सिंह समेत कई पदाधिकारी धरने में शामिल रहे। धरने पर बैठे भाजपा नेताओं को विधायक मेहनौन विनय कुमार द्विवेदी (Mehanun MLA Vinay Kumar Dwivedi) व करनैलगंज विधायक अजय सिंह (Colonelganj MLA Ajay Singh) मनाने की कोशिश की। वह लोग भी पार्टी नेताओं को बैठक में शामिल कराने का भरोसा नहीं दे सके। इससे बात बिगड़ते गई।
भाजपा पदाधिकारी मुख्यमंत्री से मिलने पर अड़े रहे। इसी बीच मामले की जानकारी जिलाध्यक्ष अमर किशोर कश्यप (District President Amar Kishore Kashyap) को हुई, उन्होंने पार्टी नेताओं को बताया कि वह लोग बैठक में शामिल नहीं हो सकते हैं। इसके बाद भाजपा के पदाधिकारी मौके से लौट गये। पार्टी पदाधिकारियों ने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री से नहीं मिलने दिया गया। वह लोग अपने घर जा रहे हैं।
भाजयुमो के राष्ट्रीय महामंत्री वैभव किये गये वापस
भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री वैभव सिंह (Bharatiya Janata Yuva Morcha National General Secretary Vaibhav Singh) भी मुख्यमंत्री की बैठक में शामिल नहीं हो पाये। उन्हें भी सर्किट हाउस (Circuit House) के बाहर से वापस कर दिया गया। गोंडा के निवासी वैभव सिंह भाजयुमो राष्ट्रीय महामंत्री (Vaibhav Singh BJYM National General Secretary) हैं और पार्टी के कद्दावर नेता रहे स्वर्गीय सत्यदेव सिंह (Satyadev Singh) के बेटे हैं। वह दिल्ली से गोंडा आए थे और मुख्यमंत्री के बैठक में शामिल होने पहुंचे थे। उन्हें भी बैरंग वापस लौटना पड़ा। बताया जा रहा है कि वैभव सिंह (Vaibhav Singh) की संगठन में गहरी पैठ है, इसके बाद भी उन्हें मुख्यमंत्री की बैठक में शामिल होने की इजाजत न मिलने से भाजपा पदाधिकारी भी भौचक्के रहे। उनकी दशा देखकर कई भाजपा नेता उल्टे पांव लौट पड़े। समझ गये कि उनकी इंट्री संभव नहीं है।