हिंदू धर्म में देवी-देवताओं के साथ-साथ पेड़-पौधों की भी पूजा का विधान है। गूलर का वृक्ष भी पूजनीय है। मान्यता है कि गूलर के पेड़ का संबंध धन के देवता कुबेर से और शुक्र ग्रह से होता है।शुक्र ग्रह को धन और विलासिता का ग्रह कहा जाता है।
Gular Vriksh : हिंदू धर्म में देवी-देवताओं के साथ-साथ पेड़-पौधों की भी पूजा का विधान है। गूलर का वृक्ष भी पूजनीय है। मान्यता है कि गूलर के पेड़ का संबंध धन के देवता कुबेर से और शुक्र ग्रह से होता है।शुक्र ग्रह को धन और विलासिता का ग्रह कहा जाता है। व्यक्ति की कुंडली में यदि शुक्र ग्रह की स्थिति कमजोर है तो धन की कमी बनी रहती है। गूलर के पेड़ की पूजा और इससे जुड़े उपाय करने से धन लाभ होता है।
कहते हैं कि शुक्रवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या को गूलर के वृक्ष की जड़ में चावल की खीर बनाकर रखें। और वृक्ष की पूजा कर भोग लगाएं। इसके बाद इस खीर को खुद खाएं और दूसरों को भी खिलाएं। ऐसा करने से भौतिक सुख की प्राप्ति होती है।
शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए आप किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के शुक्रवार के दिन गूलर का पौधा लगाएं और इसमें नियमित रूप से जल दें। प्रतिदिन या प्रत्येक शुक्रवार इस पौधे पर धूप दीप भी दिखाएं। जैसे-जैसे गूलर का पेड़ बड़ा होता जाएगा आपकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होती जाएगी और धन का अभाव समाप्त हो जाएगा।