ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक देव गुरु बृहस्पति पीले वस्त्र पहने हुए कमल आसन पर आसीन रहते हैं तथा चार हाथों वाले हैं। इनके चार हाथों में स्वर्ण निर्मित दण्ड, रुद्राक्ष माला, पात्र और वरदमुद्रा शोभा पाती है।
Guru Brihaspati Rashi Parivartan 2022 : ज्योतिष शास्त्र (Astrology)के मुताबिक देव गुरु बृहस्पति (Guru Brihaspati ) पीले वस्त्र पहने हुए कमल आसन पर आसीन रहते हैं तथा चार हाथों वाले हैं। इनके चार हाथों में स्वर्ण निर्मित दण्ड, रुद्राक्ष माला, पात्र और वरदमुद्रा शोभा पाती है। 12 साल बाद स्वयं की राशि मीन में गुरु बृहस्पति आ रहे हैं।13 अप्रैल 2022 को गुरु स्वयं की राशि में मीन राशि में आ जाएंगे। गुरु का यह गोचर विशेष है। गुरु वर्तमान में कुंभ राशि में विराजमान है। गुरु के स्वराशि में परिवर्तन से इसका प्रभाव सभी जातकों पर पड़ेगा। साथ ही गुरु का गोचर कई राशियों के लिए शुभ साबित हो तो कई लोगों की परेशानी बढ़ सकती है।
इन तीन नक्षत्रों के स्वामी हैं गुरु
गुरु को पुनर्वसु, विशाखा, और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र का स्वामी माना गया है। इन नक्षत्रों में होने पर गुरु शक्तिशाली होते हैं और शुभ फल प्रदान करते हैं।
गुरु के उपाय
1.शिव मंत्रों का जाप करें।
2.गुरुवार को व्रत रखने से भी गुरु की शुभता बढ़ती है।
3.गुरुवार को भगवान विष्णु की पूजा करें और पीली वस्तुओं को अर्पित करें।
4.गुरुजनों का सम्मान करें और उन्हें उपहार प्रदान करें।
5.गुरु को प्रसन्न करने का मंत्र- ॐ बृं बृहस्पतये नम: