गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल (Hardik Patel) कांग्रेस (Congress) से इस्तीफे पर गुजरात के एआईसीसी प्रभारी रघु शर्मा ने कहा कि जो पत्र जारी किया गया है। वह उनके द्वारा तैयार नहीं किया गया है। उन्होंने केवल इस पर हस्ताक्षर किए हैं। एआईसीसी प्रभारी रघु शर्मा (AICC in-charge Raghu Sharma) ने कहा कि हार्दिक पटेल (Hardik Patel) अपने ऊपर लगे केस वापस लेने के लिए वह पिछले 6 महीने से बीजेपी के संपर्क में थे। यह अवसरवाद की राजनीति है और कुछ नहीं। गुजरात इसे समझता है।
नई दिल्ली। गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल (Hardik Patel) कांग्रेस (Congress) से इस्तीफे पर गुजरात के एआईसीसी प्रभारी रघु शर्मा ने कहा कि जो पत्र जारी किया गया है। वह उनके द्वारा तैयार नहीं किया गया है। उन्होंने केवल इस पर हस्ताक्षर किए हैं। एआईसीसी प्रभारी रघु शर्मा (AICC in-charge Raghu Sharma) ने कहा कि हार्दिक पटेल (Hardik Patel) अपने ऊपर लगे केस वापस लेने के लिए वह पिछले 6 महीने से बीजेपी के संपर्क में थे। यह अवसरवाद की राजनीति है और कुछ नहीं। गुजरात इसे समझता है।
रघु शर्मा (Raghu Sharma)ने कहा कि यह बेईमानी की राजनीति है। विश्वासघात की राजनीति है। वह हाल के 5 राज्यों के चुनावों में एक स्टार प्रचारक थे। वह यूपी, उत्तराखंड और पंजाब में बीजेपी का बुरा भला कर रहे थे। रातों-रात क्या हुआ? यह मेरे समझ से परे है।
कांग्रेस सांसद शक्ति सिंह गोहिल (MP Shakti Singh Gohil) ने कहा कि, ‘ये आरोप उसके नहीं है, जिसने कांग्रेस छोड़ दी है। ये सब बीजेपी ने लिखा है।’ इसके साथ ही उन्होंने पूछा कि क्या भाजपा ने यह तय नहीं किया है? उन्होंने कहा कि सभी के शब्द समान नहीं होते हैं। इसके साथ ही गोहिल ने कहा कि, बीते दिनों आप राहुल गांधी के साथ मंच साझा कर रहे थे। आपको उनसे मिलने से किसने रोका?हमारे पास आंतरिक लोकतंत्र है। आंतरिक लोकतंत्र और अनुशासनहीनता के बीच एक पतली रेखा है। भाजपा के पास आंतरिक लोकतंत्र नहीं है।
गौरतलब है कि, हार्दिक पटेल (Hardik Patel) के काफी दिनों से कांग्रेस से इस्तीफा देने की अटकलें चल रहीं थीं। हालांकि, कई बार उन्होंने इसका खंडन किया। वहीं, आज उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया।