रंगों के त्योहार होली में व्यंजनों की बहार रहती है। प्रेम के प्रतीक इस त्योहार की रौनक रंग,मस्ती और व्यंजनों के चटकारे से सराबोर होती है।
Holi health tips : रंगों के त्योहार होली में व्यंजनों की बहार रहती है। प्रेम के प्रतीक इस त्योहार की रौनक रंग,मस्ती और व्यंजनों के चटकारे से सराबोर होती है। अक्सार होली त्योहार के बाद लोगों की शिकायत रहती है कि पेट खराब हो गया है। लोग अधिक खा लेने की शिकायत करते है। होली में उत्साह के कारण लोग व्यंजनों और रंग-बिरंगे मिष्ठान को खाने से अपने आप को रोक नहीं पाते। फिर समस्या शुरू होती है पाचन की । लोगों द्वारा प्रेम प्रदर्शित करने के लिए रंगों का उपयोग भी इस त्योहार में खूब किया जाता है। आइये जानते है होली में सेहत संबंधी सावधानियों के बारे में।
1.रासायनिक रंगों का नहीं प्राकृतिक रंगों से खेलें होती।
2.उचित हो कि सूखे रंगों का अधिक से अधिक उपयोग करें
3.होली के अगले दिन हर्बल चाय पीना चाहिए।
4.होली के अगले दिन रतालू, शकरकंद, फूलगोभी, टमाटर, के वेजिटेबल सूप का सेवन किया जा सकता है।
5.होली के तीसरे दिन सब्जी के सूप के साथ दो बार खिचड़ी खाने से सेहत पाचन संबंधी दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
6.होली के व्यंजनों में अदरक, लहसुन का प्रयोग समुचित मात्रा में करना पाचन संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलेगा।
7.वेजिटेबल जूस से पाचन की समस्या नहीं होगी।
8.होली के खाने की अशुद्धि से शुद्ध होने के लिए आप वार्म-अप और स्ट्रेचिंग जरूर करें।