सामाजिक उत्सव के रूप में मनाया जाने वाला होली का त्योहार समाज के अंग ,अंग में रच बस जाता है।
Holika Dahan 2023 : सामाजिक उत्सव के रूप में मनाया जाने वाला होली का त्योहार समाज के अंग ,अंग में रच बस जाता है। इस उत्सव में मेल मिलाप ,भाईचारे, शांति और समृद्धि से भारतीय पाक कला का अनूठा उदाहरण देखने को मिलता है। इस दिन विशेष तौर पर पूजा-पाठ और भगवान की अराधना की जाती है। कहते हैं कि इस दिन विधि-विधान से पूजन करने से घर में आ रही सभी विपदाओं का नाश होता है। होलिका दहन के दिन संकटमोचन भगवान हनुमान का भी पूजन करने का विधान है। हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को होली मनाई जाती है। साल 2023 में रंगों का त्योहार होली 8 मार्च 2023 को पड़ रहा है।
इस बार होलिका दहन 7 मार्च को मनाया जाएग। जबकि भद्रा काल का साया 6 मार्च को शाम 4 बजकर 48 मिनट पर शुरू होगा और 7 मार्च को सुबह 5 बजकर 14 मिनट पर समाप्त होगा। यानी इस बार होलिका दहन के दिन भद्रा का साया नहीं है। इस बार होलिका दहन का शुभ समय 7 मार्च को शाम 6 बजकर 31 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 58 मिनट तक रहेगा।
1.होलिका दहन के दिन हनुमान मंदिर में जाएं और हनुमान जी को फूलों की माला चढ़ाएं। इसके बाद चमेली के तेल का दीपक जलाएं और वहीं बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। इससे हनुमाना जी प्रसन्न होते हैं।
2.सबसे खास बात है कि इस बार होलिका दहन मंगलवार के दिन पड़ रहा है और यह दिन विशेष तौर पर हनुमान जी को समर्पित है। ऐसे में शाम के समय हनुमान को चोला अर्पित करना शुभ माना जाता है। इससे व्यक्ति के जीवन में आ रहे सभी कष्ट दूर होते हैं।
3.धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हनुमान जी को यदि पीले व लाल रंग के पुष्प अर्पित किए जाएं तो वह प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों के जीवन में आ रहे आर्थिक संकट दूर करते हैं।
4.हनुमान जी की पूजा के बाद बूंदी का भोग लगाकर उसे प्रसाद के तौर में सबको बांट दें।