लखनऊ। केमिकल युक्त हुक्के के आदी होते जा रहे शहर के युवकों और कोरोना संक्रमण की महामारी के कारण हाई कोर्ट और प्रशासन ने शहर में संचालित हाने वाले रेस्टोरेंटो और बारों को हुक्का ना परोसने को लेकर सख्त निर्देश दिये हुए है। लेकिन शहर के कई रेस्टोरेंट और हुक्का बार कोर्ट और प्रशासन की बातों की अवहेलना कर अपने यहां हुक्का परोसने का काम कर रहे हैं। और ये सब महानगर थाने के पास स्थित एक रेस्टोरेंट में हो रहा था।
इस संबंध में लखनऊ पुलिस ने बीते दिनों कई रेस्टोरेंट मालिकों पर कार्रवाई की थी। बीतें रविवार को राजधानी के महानगर स्थित एक रेस्टोरेंट में हुक्का दिए जाने की शिकायत मिलने पर छापेमारी की गई। जहां से लगभग 2 दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया। साथ ही आठ हुक्के और फ्लेवर बरामद किए गए हैं। डीसीपी नार्थ प्राची सिंह ने बताया कि पिछले कई दिनों से महानगर स्थित गोल मार्केट चौराहा स्थित कांसेप्ट हेडक्वार्टर रेस्टोरेंट में हुक्का परोसे जाने की शिकायत मिल रही थी। पुलिस को निर्देश देकर रविवार को छापेमारी की कार्रवाई की गई।
इस दौरान यहां कई लोगों को हुक्का पीते पकड़ा गया। इसके बाद पुलिस टीम ने रेस्टोरेंट के मैनेजर विकास, मुकेश, शेफ जीशान समेत आठ कर्मचारियों को पकड़कर पूछताछ की गई। साथ ही मौके पर दर्जन भर से अधिक युवक-युवतियों को भी हुक्का पीते पकड़ा गया था। उनसे भी पूछताछ की गई। पुलिस ने कुल 22 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की। रेस्टोरेंट दिल्ली निवासी अंकित वर्मा का बताया जा रहा है।
पुलिस ने बताया कि छापेमारी के दौरान रेस्टोरेंट से आठ हुक्के और फ्लेवर बरामद किए गए हैं। इससे पहले भी बीती 14 जनवरी को राजधानी के सप्रू मार्ग स्थित बेक एंड फ्लेम रेस्टोरेंट में हजरतगंज पुलिस ने मारा छापा था। उस दौरान छापेमारी कर 12 हुक्का बरामद किए और रेस्टोरेंट को सील कर दिया गया। साथ ही रेस्टोरेंट संचालक इलियाश समेत चार लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई थी।