Tech Layoffs : टेक कंपनियों में कर्मचारियों की छंटनी का सिलसिला थम नहीं रहा है। मेटा, अमेजन और ट्विटर के बाद अब पॉपुलर कंप्यूटर-लैपटॉप निर्माता एचपी (HP) ने भी अपने कर्मचारियों को घर भेजने की तैयारी कर ली है। एचपी (HP) ने कर्मचारियों की संख्या में 6 हजार की कटौती करने की योजना बनाई है।
Tech Layoffs : टेक कंपनियों में कर्मचारियों की छंटनी का सिलसिला थम नहीं रहा है। मेटा, अमेजन और ट्विटर के बाद अब पॉपुलर कंप्यूटर-लैपटॉप निर्माता एचपी (HP) ने भी अपने कर्मचारियों को घर भेजने की तैयारी कर ली है। एचपी (HP) ने कर्मचारियों की संख्या में 6 हजार की कटौती करने की योजना बनाई है। बता दें कि कंपनी अगले 3 साल में धीरे-धीरे करके छंटनी करने वाली है। बता दें कि इससे पहले बड़ी टेक कंपनी सिस्को ने भी 4,000 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी करने की घोषणा की है।
10 फीसदी कर्मचारियों की होगी छंटनी
एचपी (HP) ने फिलहाल करीब 61 हजार कर्मचारी काम करते हैं, जिनमें से कंपनी की करीब 10 फीसदी कर्मचारियों को घर भेजने की योजना बनाई है। कंपनी ने घोषणा की है कि वह आने वाले तीन सालों में लगभग 4 हजार से 6 हजार कर्मचारियों को निकाल देगी। दरअसल, कंपनी की लगातार घटती बिक्री और अर्थव्यवस्था की चिंताओं के चलते ये छंटनी की जा रही है।
कहा जा कहा है कि ये कंपनी की कॉस्ट कटिंग योजनाओं में से एक है। बता दें कि एचपी के चौथी तिमाही के राजस्व में 11.2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है, जबकि पिछली साल की इसी तिमाही में कंपनी ने 14.8 अरब डॉलर का रेवेन्यू अर्जित किया था। वहीं अब कंपनी के कुल कंज्यूमर रेवेन्यू में 25 फीसदी की गिरावट देखी गई है।
क्यों जा रही हैं टेलीकॉम सेक्टर की नौकरियां?
बता दें कि आर्थिक मंदी की आहट से दुनियाभर की टेक कंपनियां डरी हुई हैं। पहले कोरोना लॉकडाउन और वर्क फ्रॉम होम की वजह से पीसी और लैपटॉप सेगमेंट की बिक्री में जबरदस्त उछाल देखने मिला था, लेकिन अब यह मार्केट डाउन होता जा रहा है।
नौकरी जाने के एक सबसे बड़े कारण के रूप में देखा जाए तो ऑनलाइन बिजनेस के चलते अधिक मात्रा में हायरिंग है। यानी कंपनियों ने लॉकडाउन में ऑनलाइन काम के चलते पहले जरूरत से ज्यादा लोगों को नौकरी दी और अब जब मार्केट में गिरावट आ रही है, तो कंपनियां बैलेंस बनाने के लिए लगातार छंटनी कर रही हैं।