आजकल अधिकतर माएं काम निपटाने के लिए मोबाइल पकड़ा देती हैं तो कभी उनकी जिद पर मोबाइल से मन बहला देती। इसी तरह धीरे धीरे बच्चे की खाना खाते समय भी मोबाइल देखने की आदत लग जाती है।
आजकल अधिकतर माएं अपने घर का व अन्य काम निपटाने के लिए बच्चों को मोबाइल पकड़ा देती हैं तो कभी उनकी जिद पर मोबाइल से मन बहला देती। इसी तरह धीरे धीरे बच्चे की खाना खाते समय भी मोबाइल देखने की आदत लग जाती है। पूरा पूरा दिन बच्चे या फिर मोबाइल में गेम खेलते रहते है या फिर वीडियो या फिर अन्य चीजों में बिताते है। इसकी वजह से कम उम्र में बच्चें मायोपिया नाम की बीमारी का शिकार हो रहे है।
इसकी वजह से बच्चों की आंखे कमजोर होने लगती है। मायोपिया आंखों से जुड़ी दिक्कत है। जिसकी वजह से आंखे दूर की चीजों को फोकस नहीं कर पाती हैं और रोशनी कमजोर होने लगती है। जिससे धुधला दिखने लगता है।
अगर आपका बच्चा अधिकतर मोबाइल में समय गुजारता है और उसे सिर में दर्द, धुधला दिखने, बार बार पलके झपकना और आंखों में दर्द और जलन की दिक्कत हो रही है तो यह मायोपिया की समस्या हो सकती है।
इससे बचने के लिए आप अपने बच्चों को पार्क में खेलने की आदत डालें। खुली जगह पर खेलने कूदने की आदत डालें। किसी न किसी एक्टिवी में व्यस्त रखें। आप बच्चों को ड्राईंग, पेटिंग और क्राफ्ट आदि में व्यस्त कर सकती है।