अक्सर महिलाएं या लड़कियां अपने मॉइश्चराइजर के लिए कन्फ्यूज रहती है। उन्हे समझ नहीं आता की अपने चेहरे पर किस प्रकार का मॉइश्चराइजर लगाए।
अक्सर महिलाएं या लड़कियां अपने मॉइश्चराइजर के लिए कन्फ्यूज रहती है। उन्हे समझ नहीं आता की अपने चेहरे पर किस प्रकार का मॉइश्चराइजर लगाए। किस प्रकार का मॉइश्चराइजर किस प्रकार की स्किन टोन में बेहतर होता है। क्योंकि मॉइश्चराइजर स्किन के लिए बेहद आवश्यक होता है। मॉइश्चराइजर से स्किन में नमी पहुंचती है। मॉइश्चराइजर का पर्याप्त इस्तेमाल से स्किन डैमेज होने से बचती है।
मॉइश्चराइजर का मुख्य काम त्वचा के मॉइश्चर या नमी को कैद करना होता है, लेकिन, इसके साथ ही यह स्किन के लिए बैरियर का काम भी करता है।
स्किन टाइप की बात करें तो आपकी त्वचा तैलीय , रुखी, कोंबिनेशन या संवेदनशील हो सकती है। अपनी स्किन टोन के हिसाब से मॉइश्चराइजर लगाना चाहिए। अगर स्किन टाइप के अनुसार मॉइश्चराइजर नहीं लगाते हैं तो यह आपकी स्किन के लिए फायदे से ज्यादा नुकसानदायक हो सकता है।आज हम आपको बताने जा रहे किस तरह की स्किन पर किस तरह का मॉइश्चराइजर इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
रूखी-सूखी और बेजान त्वचा वाले लोगों के लिए क्रीम मॉइश्चराइजर अच्छा चुनाव है। क्रीम मॉइश्चराइजर ज्यादातर ऑयल बेस्ड होते हैं और गाढ़े होते हैं जो रात के समय लगाने के लिए सबसे अच्छे हैं।
जेल मॉइश्चराइजर नॉर्मल स्किन पर लगाने के लिए अच्छे होते हैं। यह स्किन पर जल्दी एब्जॉर्ब तो होते ही हैं साथ ही बेहद हल्के भी होते हैं जिससे यह ग्रीसी या कहें चिपचिपे नहीं लगते। जिन लोगों के चेहरे पर एक्ने यानी फोड़े-फुंसी ज्यादा रहते हों उन्हें भी जेल मॉइश्चराइजर लगाने की सलाह दी जाती है।
ऑयली स्किन के लिए भी जेल मॉइश्चराइजर अच्छे रहते हैं। जैसा कि पहले भी बताया गया कि यह हल्के होते हैं और इन्हें लगाने पर चेहरा चिपचिपा नजर नहीं आता।
जिन लोगों की स्किन सेंसिटिव हो उन्हें ऑयल-फ्री और फ्रेगरेंस-फ्री मॉइश्चराइजर लगाने चाहिए। फ्रेगरेंस-फ्री मॉइश्चराइजर में किसी तरह की खुशबू नहीं होती जिससे यह चेहरे को इरिटेटेड नहीं करता।
क्रीम मॉइश्चराइजर को कोंबिनेशन स्किन पर भी लगाया जा सकता है। कोंबिनेशन स्किन का मतलब है कि नाक और ठुड्डी से स्किन ऑयली और बाकी चेहरे की स्किन ड्राई होती है।