राजस्थान सरकार द्वारा चलाए जा रहे राहत कैंप में आए एक लैटर ने सबको हैरान कर दिया। जिसने भी इस पत्र को देखा उसके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। कि कोई इस तरह का पत्र कैसे भेज सकता है।
राजस्थान सरकार द्वारा चलाए जा रहे राहत कैंप में आए एक लैटर ने सबको हैरान कर दिया। जिसने भी इस पत्र को देखा उसके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। कि कोई इस तरह का पत्र कैसे भेज सकता है। अब यह पत्र सोशल मीडिया में जोरों से वायरल हो रहा है।
दरअसल, मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार यह मामला राजस्थान के दौसा जिले का है। बता दें कि राजस्थान सरकार इन दिनों महंगाई राहत कैंप चला रही है। इसी राहत कैंप में हैरान कर देने वाला मामला सामने आ गया।
बीते तीन जून को दौसा के ही रहने वाले कल्लू महावर ने कैंप में अपनी एक हैरान कर देने वाली अर्जी लगा दी। जब उनकी अर्जी को पढ़ा गया तो कैंप में मौजूद अधिकारी के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। सब दंग रह गए।
यह अर्जी बकायदा सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गई। इसके विषय लिखा गया है यह अर्जी घरवाली उपलब्ध करवाने के क्रम में है। इसके बाद अर्जी में आगे लिखा गया कि महोदय उपरोक्त विषय अंतर्गत निवेदन है कि मेरी घरेलू परिस्थितियां प्रतिकूल हैं। मैं घर में अकेला परेशान रहता हूं। प्रार्थी घर में कार्य करने में असमर्थ है। पत्र लिखने वाले व्यक्ति को घर के कामों को करने में काफी दिक्कत हो रही है। इसलिए घरेलू कार्य करने और मेरी सहायता के लिए पत्नी की जरुरत है।
अर्जी में आगे लिखा गया कि श्रीमान जी से निवेदन है कि मेरे को निम्न प्राथमिकता के साथ पत्नी उपलब्ध करवाने का श्रम करें। इतना ही नहीं अर्जी में पत्नी के लिए चार गुणों की भी मांग कर दी गई। जिसमें लिखा गया कि वह पतली होनी चाहिए, गोरी होनी चाहिए, 30 से 40 साल के बीच उम्र हो और सभी कार्य में अग्रणी हो। इसके बाद इस अर्जी को पढ़ने वाले तहसीलदार ने फॉरवर्ड करते हुए पटवारी को जांच करने के निर्देश दिए हैं।