पश्चिम बंगाल (West Bengal) के कूच बिहार में एक 32 साल की महिला को निर्वस्त्र करके पिटाई करने के मामला सामने आया है। इससे नया सियासी बवाल शुरू हो गया है। बीजेपी (BJP) का दावा है कि पीड़िता पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चे की उपाध्यक्ष (Vice President of Minority Front) है।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल (West Bengal) के कूच बिहार में एक 32 साल की महिला को निर्वस्त्र करके पिटाई करने के मामला सामने आया है। इससे नया सियासी बवाल शुरू हो गया है। बीजेपी (BJP) का दावा है कि पीड़िता पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चे की उपाध्यक्ष (Vice President of Minority Front) है। बीजेपी (BJP) ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (National Human Rights Commission) को पत्र लिखकर कहा है कि राज्य में अपनी टीम भेजकर घटना की जांच करवाई जाए। वहीं टीएमसी (TMC) ने बीजेपी (BJP) पर संकीर्ण राजनीति करने का आरोप लगाया है। पुलिस का कहना है कि गलत जानकारी देकर मामले को सांप्रदायिक बनाने की कोशिश की जा रही है। जबकि यह एक पारिवारिक विवाद था।
पीड़िता के पिता के तरफ से दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है कि लंबे समय से चले आ रहे पारिवारिक विवाद की वजह से पड़ोसियों ने उनकी बेटी पर हमला किया। पड़ोसी से लंबे समय से विवाद चल रहा था। पीड़िता के पिता ने शिकायत में कहा, उन लोगों ने मेरी बेटी को गाली देना शुरू किया। इसके बाद बाल पकड़कर घसीटा और निर्वस्त्र करके पिटाई की। इसके बाद उसे धमकी देकर सड़क पर छोड़ दिया। उन्होंने अपनी शिकायत में किसी राजनीतिक दल का नाम नहीं लिया है। हालांकि बाद में उन्होंने रिपोर्टर्स से कहा कि बीजेपी (BJP) कार्यकर्ता होने की वजह से उनकी बेटी पर हमला किया गया।
वहीं कूच बिहार (Cooch Behar) के एमजेएन अस्पताल (MJN Hospital) में पीड़िता ने बताया, टीएमसी की महिलाओं ने उन्हें नग्न कर दिया और पानी में डुबाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि अगर टीएमसी (TMC) में नहीं शामिल हुई तो और ज्यादा प्रताड़ित किया जाएगा। जब मैं बेहोश हो गई तो मुझे छोड़ दिया गया। वे लोग 4 जून से ही मुझे टारगेट कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि तीन महिलाओं समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पीड़िता के जीजा को भी फोटोग्राफ लेने और अफवाह फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने कहा कि गलत तरीके से प्रचारित किया जा रहा है कि महिला को निर्वस्त्र करके पीटा गया और इसके पीछे राजनीतिक मंसा थी। घटना का सांप्रदायिक और राजनीतिक रंग देने की कोशिश की जा रही है। पुलिस ने कहा कि किसी विवाद की वजह से पहले भी पीड़िता और गांव के महिलाओं के बीच झगड़ा हुआ था। हाथापाई की वजह से पीड़िता के कपड़े फट गए थे।
वहीं बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी (BJP leader Shubhendu Adhikari) ने कहा कि एक सभ्य समाज में इस तरह की घटना कलंक की तरह है। स्थानीय पुलिस ने शिकायत दर्ज करने से ही इनकार कर दिया। बाद में एसपी के दखल के बाद शिकायत दर्ज की गई । पुलिस ने पीड़िता के ही एक रिश्तेदार को गिरफ्तार कर लिया जिसका नाम एफआईआर में भी नहीं था। वहीं राज्य में महिला और बाल विकास मंत्री शशि पांजा (Women and Child Development Minister Shashi Panja) ने कहा कि बीजेपी (BJP) संकीर्ण राजनीति पर उतर आई है। पश्चिम बंगाल (West Bengal) के लोगों ने उसे खारिज कर दिया है। उन्हें ऐसी राजनीति करनी चाहिए जिससे राज्य का भला हो।