मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में चीता पुनर्वर्धन परियोजना को एक बड़ी सफलता मिली है, जहां भारत में जन्मी मादा चीता मुखी ने पहली बार पांच शावकों को जन्म दिया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इसे एक अभूतपूर्व सफलता और ऐतिहासिक उपलब्धि बताया है। क्योंकि यह पहली बार है कि देश में जन्मी किसी चीता ने प्रजनन किया है।
भोपाल। मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान (Kuno National Park, Madhya Pradesh) में चीता पुनर्वर्धन परियोजना (revitalization project) को एक बड़ी सफलता मिली है, जहां भारत में जन्मी मादा चीता मुखी (female cheetah face) ने पहली बार पांच शावकों को जन्म दिया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव (Chief Minister Mohan Yadav) ने इसे एक अभूतपूर्व सफलता और ऐतिहासिक उपलब्धि (historical achievement) बताया है। क्योंकि यह पहली बार है कि देश में जन्मी किसी चीता ने प्रजनन किया है।
इस नए जन्म से भारत में चीतों की कुल आबादी बढ़कर 32 हो गई है, जिसमें अब 21 भारत में जन्में चीते शामिल हैं। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव (Union Environment Minister Bhupendra Yadav) ने इसे आनंददायक सफलता बताते हुए कहा कि यह भारत में एक आत्मनिर्भर और आनुवंशिक (self-sustaining and genetic) रूप से विविध चीता आबादी स्थापित करने के संरक्षण लक्ष्यों को मजबूत करेगा। कूनो राष्ट्रीय उद्यान के फील्ड डायरेक्टर (Field Director of Kuno National Park) ने पुष्टि की है कि शावक स्वस्थ हैं। उन्होंने यह भी बताया कि मुखी को जन्म के तुरंत बाद उसकी मां ने छोड़ दिया था और उसे मानवीय छाप (human imprinting) से बचाने के लिए कूनो प्रबंधन टीम द्वारा पाला गया था।