देश में डीजल—पेट्रोल के बढ़ते दामों को लेकर आम जनता परेशान है। तेजी से बढ़ रहे डीजल—पेट्रोल के दामों को लेकर आम जनता पहले से ही परेशान है। दरअसल, पिछले महीने से हर दूसरे दिन ईंधन की कीमतें बढ़ रही हैं। सरकारी तेल विपणन कंपनियां (ओएमसी) अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों में मजबूती के कारण कीमत बढ़ा रही हैं।
नई दिल्ली। देश में डीजल—पेट्रोल के बढ़ते दामों को लेकर आम जनता परेशान है। तेजी से बढ़ रहे डीजल—पेट्रोल के दामों को लेकर आम जनता पहले से ही परेशान है। दरअसल, पिछले महीने से हर दूसरे दिन ईंधन की कीमतें बढ़ रही हैं। सरकारी तेल विपणन कंपनियां (ओएमसी) अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों में मजबूती के कारण कीमत बढ़ा रही हैं।
सरकार भी तेल पर लगने वाले टैक्स में कटौती करने के पक्ष में नहीं है। मई के पहले सप्ताह से 35 से अधिक बार पेट्रोल और डीजल की कीमत में बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान ईंधन की दरों में सात से आठ रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हुई।
मीडिया रिपोर्ट की माने तो, इस महीने पेट्रोल—डीजल की कीमतों में और बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद है। इसकी वजह कच्चे तेल की बढ़ी हुई कीमतें होंगी। कच्चे तेल की कीमत में इजाफा इसलिए होगा क्योंकि सऊदी अरब और यूएई में तेल के उत्पादन को लेकर के ठन गई है। ओपेक+ तेल के उत्पादन पर नियंत्रण चाहता है, जिसपर यूएई को एतराज है।