पश्चिम बंगाल के पिछले विधानसभा के चुनाव में ममता बनर्जी के मुख्य चुनावी सलाहकार रहे प्रशांत किशोर से उनके रिश्ते बिगड़ने की अटकलें लग रही है। इसका कारण है नगरपालिका चुनाव में टिकट बटवारें को लेकर के टीएमसी और प्रशांत किशोर के बीच नराजगी।
कोलकत्ता। पश्चिम बंगाल के पिछले विधानसभा के चुनाव में ममता बनर्जी के मुख्य चुनावी सलाहकार रहे प्रशांत किशोर(Prashant Kishor) से उनके रिश्ते बिगड़ने की अटकलें लग रही है। इसका कारण है नगरपालिका चुनाव में टिकट बटवारें को लेकर के टीएमसी और प्रशांत किशोर के बीच नराजगी। वहीं प्रशांत किशोर भी टीएमसी नेताओं के व्यवहार से खुश नजर नहीं आ रहे हैं और अलग रास्ता अख्तियार करने का मन बना लिया है।
सूत्रों के अनुसार प्रशांत ने ममता बनर्जी को यहां तक कह दिया है कि वे अब काम नहीं करना चाहते हैं। वहीं ममता ने भी दो टूक जवाब देते हुए थैंक-यू बोल दिया है। विवाद शुक्रवार शाम को उस समय शुरू हुआ जब तृणमूल कांग्रेस (Trinmul Congress) महासचिव पार्थ चटर्जी और पार्टी अध्यक्ष सुब्रत बख्शी ने पार्टी के उम्मीदवारों की आधिकारिक सूची जारी की जिस पर उनके हस्ताक्षर थे। पार्टी के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर उम्मीदवारों की एक अलग अहस्ताक्षरित सूची दिखाई दी।
दोनों सूचियों के बाहर होने के बाद, राज्य के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए, क्योंकि कई असंतुष्ट कार्यकर्ताओं को टायर जलाने और नारे लगाने के लिए सड़कों पर उतरते देखा गया। ममता बनर्जी ने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं (Reporter) से कहा, पार्थ चटर्जी और सुब्रत बख्शी द्वारा जारी उम्मीदवारों की सूची अंतिम है। हर किसी को खुश नहीं किया जा सकता है। कुछ भ्रम है।