जल निगम के अधिशासी अभियंता विक्रम सिंह को विजिलेंस की टीम ने 13 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। अभियंता एक ठेकेदार से रिश्वत मांग रहा था। विजलेंस की टीम ने आरोपी के पास से 13 लाख रुपये बरामद कर लिए हैं। इसके बाद आरोपी अभियंता के खिलाफ कार्रवाई हुई और कविनगर थाने में उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गयी।
गाजियाबाद। जल निगम के अधिशासी अभियंता विक्रम सिंह को विजिलेंस की टीम ने 13 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। अभियंता एक ठेकेदार से रिश्वत मांग रहा था। विजलेंस की टीम ने आरोपी के पास से 13 लाख रुपये बरामद कर लिए हैं। इसके बाद आरोपी अभियंता के खिलाफ कार्रवाई हुई और कविनगर थाने में उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गयी।
बताया जा रहा है कि आरोपी मूलरूप से बुलंदशहर के थाना डिबाइ्र स्थित गलिबपुर का रहने वाला है। आरोपी जल की दिल्ली जल संपूर्णति रखरखाव ईकाई गाजियाबाद में तैनात है। वह राजनगर सेक्टर एक स्थित जल निगम मुख्य अभियंता के कार्यालय में बैठता है। वर्तमान में वह सेक्टर 62 नोएडा ओवरजीस टावर में परिवार के साथ रह रहा था।
बताया जा रहा है कि इसी फरवरी माह में मेरठ के रहने वाले ठेकेदार सतीश कुमार को 3.60 करोड़ का ठेका मुरादनगर में सिल्ट हटाने के लिए मिला था। वहीं, इसको लेकर अभियंता विक्रम सिंह लगातार ठेकेदार सतीश पर सात फीसदी कमीशन देने क दबाव बनाता था। रुपये नहीं देने पर काम रूकवा देता था और धमकी देता था। अभियंता ने ठेकेदार सतीश से 25 लाख रुपये की मांग की तो घटते हुए पहले 23 लाख पर आकर रुकी इसके बाद 21 लाख रुपये की रिश्वत तय हो गई।
इसके बाद भी अभियंता लगातार ठेकेदार पर दबाव बना रहा था। इस पर ठेकेदार विजिलेंस टीम के पास पहुंचा और पांच अप्रैल को अभियंता के खिलाफ शिकायत कर दी। इसके बाद इंस्पेक्टर अशोक सिसौदिया व संजय शर्मा के नेतृत्व में विजिलेंस टीम का गठन किया गया। योजना के मुताबिक, सतीश आज दोपहर 13 लाख रुपये लेकर विक्रम सिंह के कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने विक्रम को 13 लाख रुपये की रिश्वत दी और विजिलेंस की टीम ने विक्रम को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।