पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि आज बच्चों के हाथों में पत्थर नहीं, पेन है, किताबे हैं, लैपटॉप हैं। आज स्कूलों में आग लगने की खबरें नहीं आतीं। आज यहां नए स्कूल-कॉलेज, एम्स, मेडिकल कॉलेज, आईआईटी ये बनने की खबरें आ रही हैं। मैं चाहता हूं हमारे बच्चे पढ़ें लिखें। उनके लिए यहीं पर नए मौके बने।
श्रीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के दूसरे चरण के लिए गुरुवार को श्रीनगर चुनावी रैली (Srinagar Election Rally) को संबोधित कर रहे हैं। इसके बाद वह कटरा में रैली करेंगे। सभा करने से पहले प्रधानमंत्री माता वैष्णो देवी के दर्शन भी करेंगे। पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि श्रीनगर को टूलिप गार्डन के नाम से भी जाना जाता है और यहां कमल का फूल इन फूलों में चार चांद लगाएगा। पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि आज बच्चों के हाथों में पत्थर नहीं, पेन है, किताबे हैं, लैपटॉप हैं। आज स्कूलों में आग लगने की खबरें नहीं आतीं। आज यहां नए स्कूल-कॉलेज, एम्स, मेडिकल कॉलेज, आईआईटी ये बनने की खबरें आ रही हैं। मैं चाहता हूं हमारे बच्चे पढ़ें लिखें। उनके लिए यहीं पर नए मौके बने।
PM Shri @narendramodi addresses public meeting in Srinagar, Jammu and Kashmir. #JammuKashmirWithModi https://t.co/LFdsGjNy0E
— BJP (@BJP4India) September 19, 2024
पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि ये तीन परिवार चाहते हैं कि पुराने दिन लौटें लेकिन हमारा ध्यान विकास पर है। साथ ही भरोसा जताया कि 25 सितंबर को वोटिंग के सारे रिकॉर्ड टूट जाएंगे। कश्मीर के पहले मुस्लिम आईएएस अधिकारी मोहम्मद शफी पंडित के निधन पर प्रधानमंत्री मोदी ने शोक जताया। कहा कि उन्होंने सेवानिवृत्ति के बाद समाज के लिए काम किया और हम इस दु:ख की घड़ी में उनके परिवार के साथ हैं।
पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि कश्मीरी पंडितों को इन तीन परिवारों की गलत नीतियों का खामियाजा भुगतना पड़ा। सिख समुदाय को भी नुकसान हुआ, हम विभिन्न धर्मों और क्षेत्रों को एक साथ लाए हैं। हम दिल और दिल्ली की दूरी को मिटा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि मासूम बच्चों ने क्या गुनाह किया था कि उन्हें स्कूल छोड़ना पड़ा? यह दुर्भाग्यपूर्ण था। आज, हमने 50,000 बच्चों की स्कूल वापसी सुनिश्चित की है। हमने 15,000 स्कूलों में प्री-प्राइमरी कक्षाएं शुरू की हैं, जिससे 1.5 लाख से अधिक बच्चे लाभान्वित हुए हैं। इसके अतिरिक्त, लगभग 250 स्कूलों को पीएम श्री स्कूलों में अपग्रेड किया जा रहा है। आज तीन खानदानों (पीडीपी, नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस) के पास बोलने के लिए कुछ नहीं।
तीन खानदानों ने जम्मू-कश्मीर की सियासत को अपनी जागीर समझ रखा
पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि यहां के तीन खानदानों ने जम्मू-कश्मीर की सियासत को अपनी जागीर समझ रखा है। ये अपने खानदान के सिवाय, दूसरे किसी को आगे आने ही नहीं देना चाहते। वरना पंचायत, बीडीसी और डीडीसी के इलेक्शन को इन्होंने क्यों रोका? उन्होंने हजरतबल, जेष्टा माता, खीर भवानी, शंकराचार्य का जिक्र किया और कहा कि इन तीन परिवारों के कारण हमारे पवित्र स्थान सुरक्षित नहीं हैं। तीन दशकों के बाद मुहर्रम का जुलूस निकाला गया, पर्यटन बढ़ रहा है, टैक्सी मालिक और ढाबा मालिक हर कोई शांतिपूर्ण माहौल में आजीविका कमा रहा है, यह सब जम्मू कश्मीर के लोगों के कारण है।
वोटिंग कर जम्मू-कश्मीर के लोगों ने रचा नया इतिहास
पीएम मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को टेरर से, दहशतगर्दी से आजाद कराना। जम्मू-कश्मीर के खिलाफ साजिश करने वाली हर ताकत को हराना। यहां के नौजवानों को यहीं पर रोजगार के मौके दिलाना। ये मोदी का इरादा है, मोदी का वादा है। किश्तवाड़ में 80 फीसदी से ज्यादा वोटिंग, डोडा में 71 फीसदी से ज्यादा वोटिंग, रामबन में 70 फीसदी से ज्यादा और कुलगाम में 62 फीसदी से ज्यादा वोटिंग हुई है। अनेक सीटों पर पिछली बार की वोटिंग के रिकॉर्ड टूट गए हैं। ये नया इतिहास बना है, ये नया इतिहास जम्मू-कश्मीर के लोगों ने रचा है।
पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि कुछ दिन पहले जब मैं जम्मू-कश्मीर आया था तो मैंने कहा था कि जम्मू-कश्मीर की बर्बादी के लिए तीन खानदान जिम्मेदार हैं। तब से, दिल्ली से लेकर श्रीनगर तक, ये लोग बौखलाए हुए हैं। इन्हें लगता है कि इनपर कोई कैसे सवाल उठा सकता है, इन्हें लगता है कि जैसे-तैसे कुर्सी पर कब्जा जमाना और फिर आप सबको लूटना इनका पैदाइशी हक है। जम्मू-कश्मीर की अवाम को उनके जायज हक से महरूम रखना ही, इनका सियासी एजेंडा रहा है। इन्होंने, जम्मू-कश्मीर को सिर्फ, तशद्युत यानी डर और इंतशार यानी अराजकता ही दी है। लेकिन अब जम्मू-कश्मीर, इन तीन खानदानों के शिकंजे में नहीं रहेगा।
पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि मैं देख रहा हूं कि आज मेरे कश्मीर के भाई-बहन खुशामदीद पीएम कह रहे हैं। मैं तहेदिल से उनका शुक्रिया अदा करता हूं। जम्मू-कश्मीर में इस वक्त जम्हूरियत का त्योहार चल रहा है। कल ही यहां 7 जिलों में पहले दौर की वोटिंग हुई। पहली बार दहशतगर्दी के साए के बिना ये वोटिंग हुई। हम सभी के लिए बहुत खुशी और गर्व की बात है कि इतनी बड़ी संख्या में लोग वोटिंग के लिए अपने घरों से बाहर निकले।