दान स्नान और भगवान कृष्ण की की भक्ति का महीना खरमास आरंभ हो गया है। 16 दिसंबर से खरमास शुरू हो गया है और यह 14 जनवरी 2022 को समाप्त होगा।
Kharmas 2021: दान स्नान और भगवान कृष्ण की की भक्ति का महीना खरमास आरंभ हो गया है। 16 दिसंबर से खरमास शुरू हो गया है और यह 14 जनवरी 2022 को समाप्त होगा। हिंदू शास्त्रों के अनुसार इस दौरान लोगों को किसी भी शुभ कार्य से बचना चाहिए। भक्त पवित्र नदियों में अनुष्ठानिक स्नान करते हैं और भक्ति के साथ सूर्य भगवान की पूजा करते हैं। मकर संक्रांति के दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे, इस दिन पूरे भारत में लोग मकर संक्रांति मनाते हैं। इस महीने कुछ खास काम करना मना है।
हिंदू शास्त्रों के अनुसार, लोगों को सूर्योदय से पहले स्नान करना चाहिए, अर्घ्य (जल) देकर सूर्य देव की पूजा करनी चाहिए। यह भी है कि लोगों को साफ दिल से दान करना चाहिए, क्योंकि इससे उन्हें फायदा हो सकता है। भोजन के साथ-साथ वस्त्र भी दान किए जा सकते हैं। खरमास में गाय की पूजा और गाय की सेवा करने से भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्त होती है। इससे घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है और भविष्य में हर तरह की सफलता मिलती है।
खरमास के महीने में इन चीजों से करें परहेज
इस अवधि में विवाह, सगाई से बचना चाहिए।
इस महीने में नया घर बनाना और संपत्ति की खरीददारी भी नहीं करनी चाहिए। कहा जाता है कि इस काल में बने मकान आमतौर पर कमजोर होते हैं।नया व्यवसाय या नया काम शुरू न करें।
इन मंत्रों से करें पूजा
– ॐ नारायणाय विद्महे, वासुदेवाय धीमहि, तन्नो विष्णु प्रचोदयात्
– ॐ विष्णवे नम:
– ॐ दन्ताभये चक्र दरो दधानं,
कराग्रगस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्,
धृताब्जया लिंगितमब्धिपुत्रया,
लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे.
– ॐ ह्रीं कार्तविर्यार्जुनो नाम राजा बाहु सहस्त्रवान, यस्य स्मरेण मात्रेण ह्रतं नष्टं च लभ्यते.