दिवाली 5 दिन का त्यौहार माना जाता है. लेकिन इस दिवाली सूर्यग्रहण के कारण दिवाली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा नहीं कर पायेंगे भक्त. दरअसल सूर्यग्रहण के चलते गोवर्धन पूजा की तारिख बदल गई है. आपको बता दें, देश के कई हिस्सों में आंशिक सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है.
Last Solar Eclipse Of The Year: दिवाली 5 दिन का त्यौहार माना जाता है. लेकिन इस दिवाली सूर्यग्रहण के कारण दिवाली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा नहीं कर पायेंगे भक्त. दरअसल सूर्यग्रहण के चलते गोवर्धन पूजा की तारिख बदल गई है. आपको बता दें, देश के कई हिस्सों में आंशिक सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है.
दिवाली के ठीक एक दिन बाद लगने वाले इस सूर्यग्रहण (Solar eclipse) को देश के अधिकांश हिस्सों में देखा जा सकता है. इस खगोलीय घटना को देश के पश्चिमी और उत्तरी हिस्सों में (solar eclipse in India) बेहतर ढंग से देखा जा सकेगा.
सरकार की तरफ से इसे लेकर एक लिस्ट जारी की गई, जिसमें इस बात की जानकारी दी गई है कि किस शहर में कब तक सूर्य ग्रहण देखा जा सकता है. हालांकि भारत में इस ग्रहण का अंत नहीं देखा जा सकेगा, क्योंकि सूर्यास्त के बाद भी ग्रहण जारी रहेगा. भारत के अलावा यूरोप, उत्तरी अफ्रीका, मध्य एशिया और एशिया के दूसरे क्षेत्रों में इसे देखा जा सकेगा.
साल का अंतिम सूर्य ग्रहण इस साल दिवाली के अगले दिन यानी 25 अक्टूबर को लगेगा. यह आंशिक ग्रहण होगा. ये सूर्य ग्रहण दोपहर बाद 2 बजकर 29 मिनट पर आइसलैंड में शुरू होगा और शाम 6 बजकर 20 मिनट पर अरब सागर में खत्म होगा. भारत में यह सूर्य ग्रहण शाम करीब 04:29 पर शुरू होकर शाम 05:42 मिनट पर खत्म होगा.
सूर्य ग्रहण का सूतक काल ग्रहण शुरू होने के 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है. चूंकि भारत में सूर्य ग्रहण 4 बजे से दिखाई देगा. ऐसे में भारत में इसका सूतक काल सुबह 4 बजे से मान्य होगा. सूतक काल में कोई भी शुभ काम और पूजा -पाठ नहीं किए जाते हैं. सूतक के समय सभी मंदिरों के कपाट भी बंद कर दिए जाते हैं. इसलिए गोवर्धन पूजा 25 की बजाय 26 अक्टूबर को होगी और भाई दूज 27 अक्टूबर को मनाई जाएगी.
सार का आखिरी सूर्य ग्रहण यूरोप, अफ्रीका महाद्वीप का उत्तरपूर्वी भाग, एशिया का दक्षिण-पश्चिमी भाग और अटलांटिक में पूर्ण रूप से दिखाई देगा. भारत में यह ग्रहण दिल्ली,गुजरात, राजस्थान,पंजाब, उत्तराखंड, लेह, जम्मू-श्रीनगर में अच्छे से देखा जा सकेगा.