विपक्षी दलों की होने वाली अगली बैठक से पहले कांग्रेस की तरफ से बड़ा सियासी फैसला लिया गया है। कांग्रेस अब केंद्र के अध्यादेश का विरोध करेगी। इससे साफ हो गया कि अब आम आदमी पार्टी को इस मुद्दे पर कांग्रेस का साथ मिल गया है। ऐसे में अब विपक्षी एकता को और मजबूती मिलनी तय हैं।
Lok Sabha Elections 2024: विपक्षी दलों की होने वाली अगली बैठक से पहले कांग्रेस की तरफ से बड़ा सियासी फैसला लिया गया है। कांग्रेस अब केंद्र के अध्यादेश का विरोध करेगी। इससे साफ हो गया कि अब आम आदमी पार्टी को इस मुद्दे पर कांग्रेस का साथ मिल गया है। ऐसे में अब विपक्षी एकता को और मजबूती मिलनी तय हैं। वहीं, आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने ट्वीट कर कहा कि, कांग्रेस ने दिल्ली अध्यादेश का स्पष्ट विरोध करने की घोषणा की है। यह एक सकारात्मक विकास है।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि हम दिल्ली में केंद्र के अध्यादेश का विरोध करेंगे। हमारा रुख बहुत स्पष्ट है, हम दिल्ली अध्यादेश का समर्थन नहीं करने जा रहे हैं। कल विपक्ष की बैठक बेंगलुरु में होने वाली हैं और इस बैठक में शायद केजरीवाल शामिल होंगे। कांग्रेस के इस कदम के बाद साफ हो गया कि आम आदमी पार्टी बेंगलुरु में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में शामिल हो सकती है।
बेंगलुरू में होगी विपक्षी दलों की बैठक
बता दें कि, लोकसभा चुनाव 2024 में पीएम मोदी के चुनावी रथ को रोकने के लिए बेंगलुरू में 17-18 जुलाई को विपक्षी एकता की बैठक आयोजित की जाएगी। जिसमें कई विपक्षी पार्टियां शामिल होंगी। लेकिन अभी तक इस बैठक को लेकर आम आदमी पार्टी का रुख साफ नहीं हुआ है। वहीं, अब कांग्रेस ने केंद्र सरकार के अध्यादेश का विरोध करने का फैसला लिया है। ऐसे में अब उम्मीद जताई जा रही है कि सीएम केजरीवाल विपक्ष की बैठक में शमिल हो सकते हैं।