अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को गुरुवार को लगातार तीसरी बार समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) का राष्ट्रीय अध्यक्ष (National President) चुन लिया गया है। चुनाव अधिकारी और पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने सपा (SP) के राष्ट्रीय अधिवेशन में उन्हें निर्विरोध पार्टी अध्यक्ष चुने जाने का ऐलान किया है। इससे पहले बुधवार को नरेश उत्तम पटेल (Naresh Uttam Patel) को फिर से सपा का प्रदेश अध्यक्ष चुना गया था।
लखनऊ। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को गुरुवार को लगातार तीसरी बार समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) का राष्ट्रीय अध्यक्ष (National President) चुन लिया गया है। चुनाव अधिकारी और पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने सपा (SP) के राष्ट्रीय अधिवेशन में उन्हें निर्विरोध पार्टी अध्यक्ष चुने जाने का ऐलान किया है। इससे पहले बुधवार को नरेश उत्तम पटेल (Naresh Uttam Patel) को फिर से सपा का प्रदेश अध्यक्ष चुना गया था।
समाजवादी पार्टी के 'राष्ट्रीय सम्मेलन' में श्री अखिलेश यादव जी को पुनः पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। pic.twitter.com/E5JyQ4cmeU
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) September 29, 2022
इससे पहले बुधवार को अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद इशारों में कहा था कि वो प्रधानमंत्री की रेस में नहीं हैं, लेकिन वो बीजेपी को हराने के लिए विपक्ष में अहम भूमिका निभाना चाहते हैं। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि मैं अपने प्रतिनिधियों के सामने कहना चाहता हूं, ये लड़ाई बड़ी है। हमारा कोई ऐसा सपना नहीं है, कि उस स्थान (पीएम पद) पर पहुंचे, लेकिन समाजवादियों का सपना ये जरूर है कि समाज को बांटने वाली ताकतें हैं, उन्हें बाहर निकालने का काम हम सब लोग मिलकर करें।
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने 24 नवंबर 1999 को डिपंल सिंह से शादी की। इसके बाद अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) सक्रिय राजनीति में आए और 2000 में उन्होंने पहला चुनाव लड़ा। अखिलेश 2000 में कन्नौज लोकसभा का उपचुनाव अखिलेश यादव ने लड़ा था। 27 साल की उम्र में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) सांसद बन गए थे। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने 2004 में भी कन्नौज से चुनाव लड़ा और दूसरी बार जीते। 2009 में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) दो सीटों (कन्नौज और फिरोजाबाद) से लोकसभा का चुनाव लड़े और दोनों सीटों पर जीत दर्ज की। फिर फिरोजाबाद सीट छोड़ दी थी।