दशहरे के मौके पर महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर सियासी उबाल आ गया है। एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे गुट आमने—सामने हैं। शिवाजी पार्क में दशहरा रैली का आयोजन किया गया है तो बीकेसी मैदान में एकनाथ शिंदे गुट की दशहरा रैली है। रैली को संबोधित करते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा कि मैं एक साधारण शिवसैनिक हूं।
मुंबई। दशहरे के मौके पर महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर सियासी उबाल आ गया है। एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे गुट आमने—सामने हैं। शिवाजी पार्क में दशहरा रैली का आयोजन किया गया है तो बीकेसी मैदान में एकनाथ शिंदे गुट की दशहरा रैली है। रैली को संबोधित करते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा कि मैं एक साधारण शिवसैनिक हूं। बाला साहेब के विचार हमारे साथ है।
इस दौरान उन्होंने उद्धव ठाकरे पर भी निशाना साधा और कहा कि अपने विचारों से अलग होकर उन्होंने एनसीपी और कांग्रेस से हाथ मिलाकर सरकार बना ली। लेकिन हमने बाला साहबे के विचारों पर चलने और महाराष्ट्र को बचाने के लिए ये कदम उठाया। साथ ही कहा कि ये कदम हमने खुलेआम उठाया है। छुप—छुपकर कोई कदम नहीं उठाया। इसके साथ ही कहा कि आज पूरे महाराष्ट्र से समर्थन मिल रहा है।
उद्धव ठाकरे ने भी जमकर साधा निशाना
इस रैली में उद्धव ठाकरे ने जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा और एकनाथ शिंदे गुट पर सीधा निशाना साधा है। ठाकरे ने सभा में कहा कि ये गद्दी उनके शिवसैनिकों की है। ठाकरे ने कहा कि भाजपा ने जो किया वो सही नहीं किया। भाजपा ने मेरी पीठ पर छुरा घोंपा और उसे सबक सिखाने के लिए मैंने कांग्रेस और राकांपा के साथ गठबंधन किया। शिवसेना प्रमुख ने कहा, शिसैनिकों को धमकाने का काम शुरू हो गया है।
लेकिन अगर आप शिवसैनिकों के साथ अन्याय करेंगे तो वे इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसके साथ ही उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कटप्पा को जनता माफ नहीं करने वाली है। शिवसैनिकों की गद्दी पर सिर्फ एक शिवसैनिक का ही अधिकार रहने वाला है। ठाकरे ने कहा कि गद्दारों को गद्दार ही कहा जाएगा।