HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. दिल्ली
  3. मल्लिकार्जुन खरगे : पॉलिटिकल एंगेजमेंट विद कम्पैशन, जस्टिस एंड इनक्लूसिव डेवलपमेंट सोनिया गांधी ने किया विमोचन, विप​क्ष ने बांधे तारीफों के पुल

मल्लिकार्जुन खरगे : पॉलिटिकल एंगेजमेंट विद कम्पैशन, जस्टिस एंड इनक्लूसिव डेवलपमेंट सोनिया गांधी ने किया विमोचन, विप​क्ष ने बांधे तारीफों के पुल

लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) पर लिखी किताब बुधवार को लॉन्च हो गई। किताब का विमोचन कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने किया। बता दें कि इस किताब में खरगे को राजनीति में 5 दशक के सफर का वर्णन किया गया है। इसी मौके पर ये किताब जनता के बीच आई है। खरगे उन नेताओं में शामिल हैं जिनका विवादों से नाता ना के बराबर ही रहा है।

By संतोष सिंह 
Updated Date

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) पर लिखी किताब बुधवार को लॉन्च हो गई। किताब का विमोचन कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने किया। बता दें कि इस किताब में खरगे को राजनीति में 5 दशक के सफर का वर्णन किया गया है। इसी मौके पर ये किताब जनता के बीच आई है। खरगे उन नेताओं में शामिल हैं जिनका विवादों से नाता ना के बराबर ही रहा है। कर्नाटक से आने वाले खरगे के मित्र कांग्रेस में ही नहीं अन्य पार्टियों में भी हैं। तभी तो उनकी तारीफ विपक्षी दलों के नेता भी करते हैं। लोकसभा की पूर्व स्पीकर सुमित्रा महाजन और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खरगे की तारीफों के पुल बांधे हैं।

पढ़ें :- Manipur Violence : मल्लिकार्जुन खरगे, बोले- मोदी जी 'बीजेपी की डबल इंजन की सरकार में न मणिपुर एक है और न ही सेफ है'

सोनिया गांधी से लेकर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, एम वेंकैया नायडू, राहुल गांधी, शरद पवार सहित कई दिग्गजों ने मल्लिकार्जुन खरगे: पॉलिटिकल एंगेजमेंट विद कम्पैशन, जस्टिस एंड इनक्लूसिव डेवलपमेंट नामक पुस्तक में लेख लिखे हैं।

पढ़ें :- झारखंड में मोहब्बत और भाईचारे की ही जीत होगी,हम BJP की नफरत और अन्याय की राजनीति कामयाब नहीं होने देंगे: मल्लिकार्जुन खड़गे

सुमित्रा महाजन ने क्या कहा?

सुमित्रा महाजन लिखती है कि खरगे ने हमेशा युवा नेताओं को बढ़ावा दिया। पूर्व लोकसभा स्पीकर ने एक उदाहरण का हवाला दिया जहां उन्होंने सांसदों पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के लिए सहायता के लिए बीजेपी के एक युवा सांसद को चुना। महाजन ने कहा कि उन्होंने खरगे को कहा था कि उन्हें राष्ट्रमंडल संसदीय संघ के सम्मेलन में जाना चाहिए, लेकिन उन्होंने (खरगे) यह कहकर टालने की कोशिश की कि युवाओं को मौका दिया जाना चाहिए, क्योंकि उन्होंने कई देशों की यात्रा की है।

सुमित्रा महाजन ने कहा कि उन्हें यह भी लगता है कि खरगे को काफी तैयारी करने की जरूरत है, जिसके लिए उनके पास समय नहीं है। हालांकि, महाजन ने जोर देकर कहा कि वह एक युवा सांसद की सहायता ले सकते हैं और कुछ कांग्रेस सांसदों के नाम सुझाए।

सुमित्रा महाजन लिखती है कि इस पर उन्होंने (खरगे) आख़िरकार कहा कि‘आइए देखते हैं’। दो दिनों के बाद, मैंने फिर से खरगे जी से संपर्क किया और उनसे पूछा कि क्या उन्होंने अपनी पार्टी के लिए एक उपयुक्त युवा सांसद के बारे में सोचा है जो अध्ययनशील हो और रुचि भी रखता हो। मुझे आश्चर्य हुआ जब खरगे जी ने दूसरी पार्टी के एक सांसद का नाम लिया और आपको आश्चर्य होगा कि उन्होंने एक युवा बीजेपी सांसद की सिफारिश यह कहते हुए की थी कि वह अध्ययनशील है और नोट्स भी बनाता है।

किताब में केंद्रीय मंत्री और लंबे समय तक कांग्रेस में रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया का भी लेख है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष का गुणगान किया है। इसके अलावा कांग्रेस ने खरगे का महान बताया है। सोनिया गांधी ने खरगे के ‘कमजोर लोगों को सशक्त बनाने’ के प्रयासों पर जोर दिया। वहीं राहुल गांधी ने ‘संगठन को अपने व्यक्तिगत हित से ऊपर रखने’ की कांग्रेस अध्यक्ष की खासियत पर जोर दिया।

पढ़ें :- सनातन धर्म में साधु संन्यासी क्या पहनेंगे इसे कांग्रेस पार्टी कैसे परिभाषित कर सकती है : ब्रजेश पाठक

‘मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक बार भी अपनी विचारधारा से समझौता नहीं किया’

सीपीपी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि राजनीति में 50 साल एक लंबी अवधि होती है। मल्लिकार्जुन खड़गे न केवल इसके अप्रत्याशित पाठ्यक्रम से बचे, वह अपने पूरे राजनीतिक जीवन में लगातार ऊंचे और ऊंचे उठते रहे। उन्होंने एक बार भी अपनी विचारधारा से समझौता नहीं किया, एक बार भी वे गरीबों के हित से दूर नहीं हुए और एक बार भी राजनीतिक लड़ाई जीतने के लिए सम्मान और आचरण से समझौता नहीं किया। यही कारण है कि वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में मजबूती से खड़े हैं।

सीताराम येच्चुरी ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का सबसे बड़ा गुण यह है कि उनके जीवन और काम में नफरत का नामों-निशां नहीं है। ये उनके जीवन की बहुत बड़ी व्यवहारिक उपलब्धि है।

डीएमके सांसद टीआर बालू सम्मान समारोह के शुभारंभ पर मल्लिकार्जुन खड़गे ने 50 वर्षों से अधिक समय तक कांग्रेस की सेवा की है। वह रिकॉर्ड नौ बार विधायक और दो बार सांसद रहे हैं। मैं खड़गे जी को इतनी ऊंचाइयां हासिल करने और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष बनने व चुनावी राजनीति में खरगे के 50 वर्ष पूरे होने पर बधाई देता हूं।

राष्ट्रीय जनता के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने मल्लिकार्जुन खड़गे के चुनावी राजनीति में उनके 50 साल पूरे होने का जश्न मनाते हुए अभिनंदन समारोह के शुभारंभ पर कहा कि बहुत से लोग लोकतंत्र के बारे में बात करते हैं, लेकिन हम अपने रोजमर्रा के जीवन में इसका अभ्यास नहीं करते हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे सबकी बात सुनेंगे। जब मैं उनसे पहली बार मिला तो मैंने यही देखा। न्याय, समानता और स्वतंत्रता के विचार के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को सभी ने मान्यता दी है। यह उनकी जीवित वास्तविकता और पिछले पांच दशकों में उनके राजनीतिक अनुभव से निकलता है।

चुनावी राजनीति में ल्लिकार्जुन खड़गे के 50 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाने वाले अभिनंदन खंड के संपादक सुखदेव थोराट ने कहा कि यह एक आदमी सीपी मल्लिकार्जुन खड़गे की दिलचस्प कहानी है,जो एक राजनीतिक नेता, समाज सुधारक और शिक्षक के रूप में उभरे और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद तक पहुंचे।

पढ़ें :- मल्लिकार्जुन खरगे का सीएम योगी पर हमला, कहा- गेरुआ कपड़े पहनने वाले फैला रहे हैं नफरत

आज संविधान और हमारा संसदीय लोकतंत्र दोनों खतरे में हैं : खड़गे

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि यह सम्मान की बात है कि पुस्तक का विमोचन सोनिया गांधी द्वारा किया जा रहा है। मैं लेखकों को उनके प्रयासों और इस पुस्तक के माध्यम से दिखाए गए सम्मान, प्यार और स्नेह के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं इस पुस्तक में योगदान देने वाले सभी लोगों के प्रति अपना आभार व्यक्त करता हूं। मैं आप सभी के संदेश से बहुत प्रभावित हूं।

कांग्रेस अध्यक्ष श्री खड़गे ने कहा कि एक साधारण पार्टी कार्यकर्ता के रूप में, मैं भारत के लोकतंत्र और हमारे संविधान के कारण इस पद तक पहुंच सका। लोकतंत्र के बिना, देश में आम लोगों के लिए राजनीतिक और सामाजिक अधिकार हासिल करने का कोई अवसर नहीं होगा। मैं इस तथ्य को भी नजरअंदाज नहीं कर सकता कि आज संविधान और हमारा संसदीय लोकतंत्र दोनों खतरे में हैं।

 

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...