पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा के लाख दावों के बाद उन्हें शिकस्त देने वाली ममता बनर्जी अब 2024 की तैयारी में जुट गयीं हैं। देशभर में ममता बनर्जी अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिशों में जुट गयीं हैं। बुधवार से ममता बनर्जी ने इसको लेकर तैयारी शुरू कर दी है।
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा के लाख दावों के बाद उन्हें शिकस्त देने वाली ममता बनर्जी अब 2024 की तैयारी में जुट गयीं हैं। देशभर में ममता बनर्जी अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिशों में जुट गयीं हैं। बुधवार से ममता बनर्जी ने इसको लेकर तैयारी शुरू कर दी है।
इसी क्रम में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृहजनपद में भी ममता बनर्जी के होर्डिंग्स देखने को मिले हैं। हालांकि, अब उन होर्डिंग को वहां से हटा दिया गया है। दरअसल, टीएमसी आज शहीदी दिवस की 28वीं बरसी मना रही है।
इस मौके पर ममता बनर्जी 2024 लोकसभा चुनाव का बिगुल फूंक सकती हैं। लिहाजा, ममता बनर्जी के भाषण को देश के कई राज्यों त्रिपुरा, असम, ओडिशा, बिहार, पंजाब, यूपी और दिल्ली में दिखाने की योजना है। इसके लिए बड़ी—बड़ी स्क्रीन भी लगाई गयी है।
गौरतलब है कि, बंगाल में हाल में ही अभी विधानसभा के चुनाव हुए, जहां पर ममता बनर्जी की तीसरी पर लगातार वहां पर वापसी हुई। लिहाजा, विपक्ष के रूप में वह बड़ी नेता बनकर उभरीं हैं।
इसलिए मनाया जाता है शहीदी दिवस
टीएमसी 21 जुलाई को हर साल शहीदी दिवस मनाती है। दरअसल, आज के ही दिन 1993 में बंगाल में यूथ कांग्रेस का प्रदर्शन चल रहा था। इस पूरे प्रदर्शन की अगुआ ममता बनर्जी थीं। वहीं, इस दौरान पुलिस से ने फायरिंग कर दी थी, जिसमें 13 प्रदर्शनकारियों की जान गयी थी। इस हिंसा के बाद ममता बनर्जी वहां पर बड़े नेता के रूप में उभरीं थीं।