मणिपुर हिंसा (Manipur violence) के मामले में विपक्षी दल लगातार सरकार पर निशाना साध रहे हैं। संसद में भी इस मामले को लेकर हंगामा जारी है। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष व राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने सरकार पर निशाना साधा है।
नई दिल्ली। मणिपुर हिंसा (Manipur violence) के मामले में विपक्षी दल लगातार सरकार पर निशाना साध रहे हैं। संसद में भी इस मामले को लेकर हंगामा जारी है। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष व राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने सरकार पर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा कि, राज्यसभा में सरकार हमें बोलने नहीं दे रही। हम लगातार नियम 267 के तहत मणिपुर का मामला उठा रहे हैं। मणिपुर कोई छोटी-मोटी घटना नहीं है, यह बहुत बड़ी घटना है। हम चाहते हैं प्रधानमंत्री इस पर आकर सदन में बयान दें, लेकिन प्रधानमंत्री सदन में आकर बात करने को तैयार नहीं हैं। वो चुनाव प्रचार में हैं, अलग-अलग राज्यों में जा रहे हैं।
आज हमको धमकाया जा रहा है।
हमें कहा जा रहा है कि अगर आप बार-बार उठे तो आपको 'बड़ी शिक्षा' मिलेगी।
ये सब चेयरमैन के मुंह से सरकार करवा रही है।
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: कांग्रेस अध्यक्ष व राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री @kharge pic.twitter.com/DVIoPx3PIQ
— Congress (@INCIndia) August 1, 2023
इसके साथ ही आरोप लगाया कि, आज हमको धमकाया जा रहा है। हमें कहा जा रहा है कि अगर आप बार-बार उठे तो आपको ‘बड़ी शिक्षा’ मिलेगी। ये सब चेयरमैन के मुंह से सरकार करवा रही है।
खरने ने कहा कि, राज्यसभा सदस्य रजनी पाटिल जी को एक सेशन के लिए सस्पेंड कर दिया गया, लेकिन अभी तक उनका सस्पेंशन रिवोक नहीं किया। संजय सिंह जी ने सवाल पूछा तो उन्हें सस्पेंड कर दिया। विपक्ष के बोलने पर सत्ता पक्ष के लोग उठ कर चिल्लाते हैं और हमारा माइक बंद कर दिया जाता है। ये लोकतंत्र नहीं तानाशाही है, हिटलरशाही है।