विपक्षी दलों के सांसदों ने मणिपुर का दौरा करने के बाद राजभवन में राज्यपाल अनसुइया उइके से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने पूर्वोत्तर राज्य की स्थिति पर ज्ञापना सौंपा। इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की। अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि, राज्यपाल ने हमारी बातें सुनी है और उस पर सहमति जताई है और हिंसा की घटनाओं पर दुख जताया है।
Manipur Violence: मणिपुर में हिंसा को लेकर विपक्षी दलों का केंद्र सरकार पर हमला जारी है। विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (I.N.D.I.A) इंडिया के कुछ सांसदों ने मणिपुर का दौरा किया। इस दौरान विपक्षी दलों के सांसद मौजूदा स्थिति का जायजा लिया। इस दौरे पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी (Congress leader Adhir Ranjan Chowdhary) भी गए हैं। उन्होंने रविवार को कहा कि अगर मणिपुर में जातीय संघर्ष की समस्या को जल्द हल नहीं किया जाता है, तो इससे देश के लिए सुरक्षा समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
बता दें कि, विपक्षी दलों के सांसदों ने मणिपुर का दौरा करने के बाद राजभवन में राज्यपाल अनसुइया उइके से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने पूर्वोत्तर राज्य की स्थिति पर ज्ञापना सौंपा। इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की। अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि, राज्यपाल ने हमारी बातें सुनी है और उस पर सहमति जताई है और हिंसा की घटनाओं पर दुख जताया है।
साथ ही कहा कि, समुदायों के बीच अविश्वास खत्म करने के लिए सभी दलों के एक प्रतिनिधिमंडल को लोगों से बातचीत करने के वास्ते मणिपुर का दौरा करना चाहिए। अधीर रंजन चौधरी ने बताया कि सांसदों ने मणिपुर में जो स्थिति देखी, उसके बारे में संसद में एक रिपोर्ट पेश करेंगे। उन्होंने कहा, हमने हर दिन बिगड़ते हालात के बीच संसद में मणिपुर पर चर्चा का अनुरोध किया है।
शनिवार को मणिपुर पहुंचे थे विपक्षी सांसद
बता दें कि, शनिवार को विपक्षी दलों के 21 सांसदों का प्रतिनिधमंडल मणिपुर जमीनी हालात का जायजा लेने के लिए पहुंचे थे। उसने राज्य में लगभग तीन महीने से जारी जातीय संघर्ष के पीड़ितों से मुलाकात की। दो-दिवसीय दौरे के पहले दिन प्रतिनिधिमंडल इंफाल के अलावा बिष्णुपुर जिले के मोइरांग और चुराचांदपुर में कई राहत शिविरों में गया तथा जातीय संघर्ष से प्रभावित लोगों से मुलाकात की।