गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि, कौशांबी जिला विकास से जुड़ रहा है। 2024 में मोदीजी को फिर से प्रधानमंत्री बनाना है। पीएम मोदी की प्रेरणा से विकास कार्य हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीएम योगी ने कौशांबी को सौगात दी है। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत अन्य विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि, विपक्ष के नेताओं ने संसद नहीं चलने दी।
कौशांबी। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने शुक्रवार को कौशांबी पहुंचे। यहां पर उन्होंने कौशांबी महोत्सव (Kaushambi Festival) का शुभारम्भ और विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास के साथ लाभार्थियों को चेक वितरण एवं खेल स्पर्धा के विजेताओं को मेडल वितरित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक समेत अन्य नेता मौजूद थे। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी और कहा कि बिना भेदभाव के सारी योजनाओं का लाभ उत्तर प्रदेश की जनता को मिल रहा है।
वहीं, गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि, कौशांबी जिला विकास से जुड़ रहा है। 2024 में मोदीजी को फिर से प्रधानमंत्री बनाना है। पीएम मोदी (PM Modi) की प्रेरणा से विकास कार्य हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीएम योगी ने कौशांबी को सौगात दी है। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत अन्य विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि, विपक्ष के नेताओं ने संसद नहीं चलने दी। कांग्रेस को संविधान पर भरोसा नहीं है लेकिन कानून सभी के लिए बराबर है। जनता राहुल और कांग्रेस को माफ नहीं करेगी। कोर्ट ने राहुल गांधी को सजा दी इस वजह से कांग्रेसी नेताओं ने संसद नहीं चलने दिया।
जितनी बार सोनिया जी हों, राहुल जी हों या और कोई भी हो, जब भी मोदी जी को गाली दी हैं तो जनता ने इन गालियों के कीचड़ में कमल को और मजबूत करके खिलाया है : केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री @AmitShah pic.twitter.com/qfRqggcayo
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) April 7, 2023
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने कहा कि सोनिया जी हों, राहुल जी हों या कोई भी हों मोदी जी को गाली गलोज के कीचड़ के अंदर कमल को और मजबूत कर खिलाया है। यह कहते हैं कि लोकतंत्र खतरे में। लोकतंत्र खतरे में नहीं बल्कि आपका परिवार खतरे में हैं। आपने इस लोकतंत्र को जातिवाद, परिवारद और तुष्टिकरण के तीन नाखूनों में घेर कर रखा था।