अमावस्या तिथि पर पवित्र नदियों में स्नान करने का विशेष पुण्य फल प्राप्त होता है। हजारों वर्षों से लोग इसका पालन करते आ रहे है। हिंदू पंचांग के अनुसार माघ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मौनी अमावस्या कहा जाता है।
Mauni Amavasya 2022 : अमावस्या तिथि पर पवित्र नदियों में स्नान करने का विशेष पुण्य फल प्राप्त होता है। हजारों वर्षों से लोग इसका पालन करते आ रहे है। हिंदू पंचांग के अनुसार माघ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मौनी अमावस्या कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन व्रत कर मौन धारण करने से मुनि पद की प्राप्ति होती है। शास्त्रों के अनुसार अमावस्या का संबंध शनिदेव महाराज और पितरों से है। इस दिन गरीब व जरूरतमंद लोगों को दान आदि करने से शनि दोष से मुक्ति मिलती है।
मौनी अमावस्या शुभ मुहूर्त साल 2022
मौनी अमावस्या साल 2022 : 01 फरवरी 2022, दिन मंगलवार
मौनी अमावस्या पूजा समय
अमावस्या तिथि शुरू : 31 जनवरी, 02:15 PM
अमावस्या तिथि समाप्त : 01 फरवरी, 11:15 PM
इस दिन मां गंगा में मौन स्नान और दान करने से देवता गण प्रसन्न होते है और वो मोक्ष का वरदान देते है। इस दिन पवित्र संगम में देवताओं का निवास होता है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन मौन धारण करने से विशेष ऊर्जा की प्राप्ति होती है। मौनी अमावस्या के दिन तेल, तिल, सूखी लकड़ी, कपड़े, गर्म वस्त्र, कंबल और जूते दान करने का विशेष महत्व है। कहते हैं कि जिन जातकों की कुंडली में चंद्रमा नीच का होता है, उन्हें इस दिन दूध, चावल, खीर, मिश्री और बताशा दान करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।