ज्यादातर किचन में गेहूं के आटे की रोटियों बनती है। वहीं, कुछ ऐसे भी अनाज हैं, जिनके आटे की रोटियां हमें कई प्रकार की बीमारियां बीपी, शुगर, कब्ज आदि से बचाने का काम करती हैं।
Millets Flour : ज्यादातर किचन में गेहूं के आटे की रोटियों बनती है। वहीं, कुछ ऐसे भी अनाज हैं, जिनके आटे की रोटियां हमें कई प्रकार की बीमारियां बीपी, शुगर, कब्ज आदि से बचाने का काम करती हैं। बाजरा प्रोटीन, फाइबर, प्रमुख विटामिन और खनिजों का एक अच्छा स्रोत है। बाजरा के संभावित स्वास्थ्य लाभों में हृदय स्वास्थ्य की रक्षा करना, मधुमेह की शुरुआत को रोकना है।
कुटकी और कंगनी का आटा
कुटकी में मैग्नीशियम पाया जाता है. इस कारण इसका सेवन बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। इसमें विटामिन बी माइक्रोन्यूट्रेंट्स पाया जाता है, जो न्यूरोलॉजिकल डिजीज को दूर रखने में मदद करता है।
कोदा और बाजरा
कोदा में कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, इस कारण यह ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है। वहीं, बाजरे में प्रोटीन, फैट, फाइबर, सोडियम, फॉलेट, आयरन, मैग्नीशियम, थियामिन, नियामिन, फॉस्फोरस जैसे तत्व पाए जाते हैं। इस कारण इसका सेवन कब्ज दूर करने और वजन को बढ़ने से रोकने में फायदेमंद होता है।