बिहार की राजनीति भारी उथल पुथल जारी है। मंत्री मदन सहनी इस्तीफे के एलान के 52 घंटे बाद अब वह दिल्ली चले गए हैं। दिनभर बुलावे का इंतजार करते रहे मदन सहनी को मुख्य्मंत्री नीतीश कुमार से जरा भी भाव नहीं मिला। अब ऐसे में सहनी का दिल्ली जाना बिहार में नया सियासी बवाल खड़ा कर सकता है।
नई दिल्ली। बिहार की राजनीति भारी उथल पुथल जारी है। मंत्री मदन सहनी इस्तीफे के एलान के 52 घंटे बाद अब वह दिल्ली चले गए हैं। दिनभर बुलावे का इंतजार करते रहे मदन सहनी को मुख्य्मंत्री नीतीश कुमार से जरा भी भाव नहीं मिला। अब ऐसे में सहनी का दिल्ली जाना बिहार में नया सियासी बवाल खड़ा कर सकता है।
बता दें कि दिल्ली में मदन सहनी की मुलाकात उन नेताओं से होनी है, जो बिहार की सियासत में बड़ा उलटफेर करने में माहिर माने जाते हैं। ऐसी अटकलें हैं कि दिल्ली में मदन सहनी लालू प्रसाद यादव से मुलाकात कर सकते हैं। हालांकि सहनी की तरफ से इसे लेकर कोई औपचारिक बयान सामने नहीं आया है, कि वह दिल्ली क्यों जा रहे हैं।
बता दें कि बिहार में ट्रांसफर पोस्टिंग मुद्दे पर समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी के मंत्री पद से इस्तीफा देने की धमकी दे चुके हैं। इसके बाद बिहार में सरकार चला रहे एनडीए के बीच अब बात सिर्फ जुबानी जंग तक सीमित नहीं रही। अब जदयू-भाजपा के बीच तलवारे खिंचती दिख रही हैं।
बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री जीवेश कुमार ने कहा कि बिहार में अफसरशाही हावी नहीं है। बिहार में जनता का काम हो रहा है। इस पर सहनी ने कहा कि कुमार दो-दो विभाग के मंत्री हैं। किस व्यवसाय से यहां तक पहुंचे हैं। मैं सब जानता हूं। वह दवा के व्यवसाय से यहां तक पहुंचे हैं।
बता दें कि कुमार मिथिलांचल के जाले से विधायक हैं। भारतीय जनता पार्टी में उन्हें एक ब्राह्मण चेहरा के तौर पर प्रोजेक्ट किया जा रहा है। जबकि मदन सहनी नीतीश कुमार के करीबी माने जाते हैं और फिलहाल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह के बेहद खास लोगों में शुमार हैं।
श्रम संसाधन मंत्री जीवेश कुमार ने कहा, मंत्री सहनी ने क्या बोला है वह जाने, लेकिन उनके प्रति मेरे मन में कोई भी दुर्भावना नहीं है। इधर विपक्ष ने इस घटना पर चुटकी ली है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने कहा, दोनों मंत्री एक ही जिले से आते हैं एक दूसरे को बहुत पहले से जानते हैं इसलिए, दोनों को दोनों की खूबियां और खामियां पता हैं।