दुनिया भर में कहर बरपाने वाले कोविड वायरस के संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं है कि Monkeypox नाम के एक और खतरनाक वायरस ने दस्तक दे दिया है।
Monkeypox Virus : दुनिया भर में कहर बरपाने वाले कोविड वायरस के संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं है कि Monkeypox नाम के एक और खतरनाक वायरस ने दस्तक दे दिया है। इस वायरस से ग्रसित पहला केस ब्रिटेन में पाया गया था। इसी के चलते अब इसका दूसरा केस अमेरिका में पाया गया है, जिसकी पुष्टि अमेरिका के मैसाचुसेट्स डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक हेल्थ ने की है। यूनाइटेड किंगडम, पुर्तगाल और स्पेन में मंकीपॉक्स के कुछ मामले सामने आए हैं व कुछ संदिग्ध हैं।
चेचक से कुछ हद तक मिलता-जुलता है
मंकीपॉक्स वायरस से संक्रमित होने के शुरूआती लक्षणों में बुखार आना होता है। इसमें कुछ मामले गंभीर हो जाते हैं। इसका संक्रमण इंसानों में होने वाले चेचक से कुछ हद तक मिलता-जुलता है। मंकीपॉक्स की खोज साल 1958 में बंदरों के एक समूह से की गई थी, इसके चलते इसका नाम मंकीपॉक्स रखा गया। हालांकि आमतौर पर मंकीपॉक्स हल्का होता है।
मंकीपॉक्स के लक्षण
इस वायरस का इन्क्यूबेशन पीरियड 6 से 13 दिन का हो सकता है। संक्रमित होने के 5 से 6 दिन बाद बुखार, पीठ दर्द, सिर दर्द, थकान, शरीर में सूजन देखी जा सकती है और इसके लक्षण कुछ चेचक, खसरा या चिकनपॉक्स जैसे होते हैं। संक्रमित होने के 5 दिन बाद शरीर के कई हिस्सों में दानें निकलने शुरू हो जाते हैं और जो बिल्कुल चिकनपॉक्स जैसे होते हैं।