केरल में मानसून इस साल तीन दिन देरी से पहुंचा है। बता दें कि सुबह 11 बजे दक्षिण-पश्चिम मानसून केरल में भारी बारिश के साथ एंट्री मारी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी)के महानिदेशक एम महापात्र ने इससे पहले 31 मई को केरल पहुंचने की संभावना जताई थी, लेकिन निश्चित समय पर मानसून ने दस्तक नहीं दी।
नई दिल्ली। केरल में मानसून इस साल तीन दिन देरी से पहुंचा है। बता दें कि सुबह 11 बजे दक्षिण-पश्चिम मानसून केरल में भारी बारिश के साथ एंट्री मारी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी)के महानिदेशक एम महापात्र ने इससे पहले 31 मई को केरल पहुंचने की संभावना जताई थी, लेकिन निश्चित समय पर मानसून ने दस्तक नहीं दी।
बता दें कि केरल में 3 दिनों से प्री-मानसूनी बारिश हो रही है। राज्य में तेज हवाओं के साथ बारिश जारी है। देशभर में इस बार मानसून के सामान्य से बेहतर रहने की उम्मीद है। भारतीय मौसम विभाग ने अनुमान में जताया है कि इस बार मानसून सामान्य से अच्छा रहेगा। आईएमडी ने 2 जून को बताया कि केरल में बारिश में तेजी है और दक्षिण अरब सागर के निचले स्तरों में पछुआ हवाएं चलने से मौसम ठंडा हैं।
Significant Weather Features dated 02-06-2021 are:
♦ The northern limit of Southwest Monsoon continues to pass through 5°N/72°E, 6°N/75°E, 8°N/80°E, 12°N/85°E, 14°N/90°E and
17°N/94°E. pic.twitter.com/loFm6xpzzR— India Meteorological Department (@Indiametdept) June 2, 2021
वहीं केरल तट और उससे सटे दक्षिण-पूर्वी अरब सागर में बादल छाए हुए हैं। आईएमडी के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मानसून के उत्तर और दक्षिण भारत में सामान्य रहने की संभावना है, वहीं मध्य भारत में सामान्य से अधिक और पूर्व एवं पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से कम रहने का अनुमान है।
जानें किस राज्य में कैसा रहेगा मानसून?
मौसम विभाग ने बताया कि जून से सितंबर के बीच उत्तर पश्चिम भारत यानी पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान के कुछ इलाकों में 108 फीसदी तक बारिश होने की संभावना है। वहीं, दक्षिण भारत यानी केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, गोवा ओडिशा में 93 से 107 फीसदी वर्षा के होने का पूर्वानुमान है जो कि सामान्य है।
जबकि उत्तर भारत और पूर्व के राज्यों में ज्यादा बारिश की संभावना है। यूपी, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम और मध्य प्रदेश के कुछ इलाके में सामान्य से कम बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं, मध्य भारत के राज्यों में सामान्य से अधिक बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक यहां 106 फीसदी से ज्यादा बारिश का अनुमान है