म्यूजिक कंपोजर गुफी हमेशा अपने नए अंदाज़ से जाने जाते हैं। म्यूजिक की दुनिया में इनका स्टाइल औरों से हट के है। उत्तर प्रदेश हाथरस के रहने वाले गुफी बॉलीवुड संगीत उद्योग में एक जाना-माना नाम होने के साथ-साथ एक महान संगीत व्यक्तित्व भी है, जिन्हें भारतीय फिल्म उद्योग में किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है।
मुंबई। म्यूजिक कंपोजर गुफी हमेशा अपने नए अंदाज़ से जाने जाते हैं। म्यूजिक की दुनिया में इनका स्टाइल औरों से हट के है। उत्तर प्रदेश हाथरस के रहने वाले गुफी बॉलीवुड संगीत उद्योग में एक जाना-माना नाम होने के साथ-साथ एक महान संगीत व्यक्तित्व भी है, जिन्हें भारतीय फिल्म उद्योग में किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने मेलोडी और सादगी के बेहतरीन मिश्रण के साथ बॉलीवुड इंडस्ट्री में ट्रेंडिंग म्यूजिक की पूरी तरह से नई शैली पेश की है।
संगीत की अपनी अनूठी और परिपक्व शैली के साथ गुफ़ी ने “तिशनगी”, “लव शव प्यार व्यार”, “रोमियो एन बुलेट”, “द लास्ट टेल ऑफ़ कायनात”, “जुनून”, “वन्स अपॉन ए” जैसी फिल्मों के लिए बैक टू बैक सुपर-हिट गाने दिए हैं। उनके नशीले संगीत के कारण निस्संदेह गुफी बॉलीवुड संगीत उद्योग में एक ब्रांड है। फ़िल्म “लव शव प्यार व्यार” के जरिये बॉलीवुड में संगीतकार के रूप में उनका पहला डेब्यू था। उनका नवीनतम एकल एल्बम मेरी “आशिकी”, “सांसों की तरह” “हीर” और “दिल इबादत” संगीत प्रेमियों से अच्छी समीक्षा पा चुके हैं। उनके कुछ प्रसिद्ध गीत लव शव प्यार व्यार, सूफी सलाम, नागदवाले और इश्क दा हुक्का तिस्नागी अब तक 100 मिलियन व्यू पा चुके हैं।
गुफी न केवल अपनी उल्लेखनीय प्रतिभा के साथ मेलोडी के ताजा टुकड़े की रचना करते हैं बल्कि उन्हें जीवन देकर अपने आंतरिक सार को भी सजाते हैं। उनके गीत श्रोताओं को ऐसे जोड़ते हैं जैसे कि यह मेलोडी में व्यक्त उनके अपने शब्द हैं क्योंकि गुफी का मानना है कि हर रचना का सर्वोच्च शक्ति “भगवान” से सीधा संपर्क होता है। गुफ़ी ने फ़िल्मों और एल्बमों के लिए कुछ सबसे बड़े ब्लॉक बस्टर बॉलीवुड हिट गाने देकर अपनी प्रतिभा साबित की है। 4 मार्च 2022 को फिल्म ‘हरपल पागलपन’ रिलीज़ हो रही है इसमें गुफी का सोलो म्यूजिक तीन सांग्स है, पहला सैड रोमांटिक सांग है, दूसरा रोमांटिक दुईट है, और तीसरा टाइटल पेप्पी सांग है।