भगवान शिव के गलें मे नाग देवता आभूषण की तरह वहां विराजमान रहते है। भगवान शिव के प्रिय नागदेवता को बहुत शुभ माना जाता है। सनातनधर्म में नागदेवता के पूजन की परंपरा है।
Nagpanchami 2023 Date : भगवान शिव के गलें मे नाग देवता आभूषण की तरह वहां विराजमान रहते है। भगवान शिव के प्रिय नागदेवता को बहुत शुभ माना जाता है। सनातनधर्म में नागदेवता के पूजन की परंपरा है। सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नागपंचमी (Nagpanchami 2023 Date) का त्योहार मनाया जाता है। इस बार नागपंचमी के दिन दुर्लभ संयोग बन रहा है। नागपंचमी के दिन हिुदू परिवारों में नाग देवता की पूजा की होती है। घर परिवार और और मंदिरों में उत्सव का वातावरण बना रहता है। मले लगते है और कई तरह की प्रतियोगिताओं का आयोजन होता है।
इस बार की नाग पुचमी विशेष है। सावन के सोमवार के दिन पड़ने वाली नागपंचमी को अदृभुद संयोग माना जाता है। सप्ताह में सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित है। इसके पहले ऐसा संयोग साल 2019 में 5 अगस्त को बना था।
नाग पंचमी 2023:-
नागपंचमी का पर्व 21 अगस्त सोमवार के दिन मनाया जाएगा।
पंचमी तिथि प्रारम्भ- 21 अगस्त 2023 को 12:21 एएम बजे।
पंचमी तिथि समाप्त- 22 अगस्त 2023 को 02:00 एएम बजे।
नाग पंचमी पूजा मन्त्र-
सर्वे नागाः प्रीयन्तां मे ये केचित् पृथ्वीतले।
ये च हेलिमरीचिस्था येऽन्तरे दिवि संस्थिताः॥
ये नदीषु महानागा ये सरस्वतिगामिनः।
ये च वापीतडगेषु तेषु सर्वेषु वै नमः॥