नैनीताल (Nainital) के सुयालबाड़ी में स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय गंगरकोट (Jawahar Navoday School) में 85 छात्र- छात्राएं कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) हुए है। एक इतनी संख्या में स्कूली बच्चों में कोरोना संक्रमण (COVID-19) की पुष्टि होने से हड़कंप मच गया है। इसके बाद प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग में भी हरकत में आते हुए सभी नौनिहालों को विद्यालय में ही आइसोलेट किया गया है।
नैनीताल। नैनीताल (Nainital) के सुयालबाड़ी में स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय गंगरकोट (Jawahar Navoday School) में 85 छात्र- छात्राएं कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) हुए है। एक इतनी संख्या में स्कूली बच्चों में कोरोना संक्रमण (COVID-19) की पुष्टि होने से हड़कंप मच गया है। इसके बाद प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग में भी हरकत में आते हुए सभी नौनिहालों को विद्यालय में ही आइसोलेट किया गया है। अब तक कुल 96 बच्चों में कोरोना (Coronavirus) के लक्षण मिले हैं। वहीं नेगेटिव पाए गए नौनिहालों को विद्यालय से कब घर भेजा जा सकता है। इस पर प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग व विद्यालय प्रबंधन निर्णय लेगा।
बता दें कि अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे (Almora-Haldwani Highway) पर स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय (Jawahar Navodaya Vidyalaya) गंगरकोट सुयालबाड़ी में बीते दिनों RTPCR जांच के जरिये विद्यालय स्टाफ व विद्यार्थियों के नमूने जुटाए गए हैं। दूसरे दिन आई रिपोर्ट में विद्यालय के प्रधानाचार्य समेत करीब 11 नौनिहाल कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) पाए गए। इसके बाद हरकत में आए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने विशेष शिविर लगाकर करीब 496 नौनिहालों के स्वैब के नमूने जांच को भेजें। जिसके बाद शनिवार को मिली रिपोर्ट में विद्यालय के 85 नौनिहाल कोरोना संक्रमित पाए गए है।
उपजिलाधिकारी राहुल साह (Deputy Collector Rahul Sah) ने बताया कि पहले ही विद्यालय को माइक्रो कंटेनमेंट जोन (Micro Containment Zone) बनाया जा चुका है। वहीं अब बडी़ संख्या में कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) मिलने से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार संक्रमित पाए गए छात्रों को विद्यालय में ही आइसोलेट करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। उपचार के प्रबंध कर निगरानी भी बढ़ा दी गई है।
राहुल साह ने बताया कि नेगेटिव छात्रों के अभी रैपिड एंटीजन टेस्ट (Rapid Antigen Test) होंगे, जिसके बाद परिजनों की सहमति से बच्चों को घर भेज दिया जाएगा। वहीं बच्चों को विद्यालय में ही आइसोलेट निगरानी (Isolate Monitoring) बढ़ाने के साथ ही विशेष टीम भी तैनात की जा रही है।