खासकर न्यू बार्न बेबी को कब और कैसे नहलाना चाहिए। इसका सही तरीका जानना बेहद जरुरी है। क्योंकि आज कल न्यूक्लियर फैमिली होती है। पुराने समय में बड़े परिवार होते है घर की बुजुर्ग महिलाएं ही बच्चों की अच्छे से देखभाल कर लेती थी।
New Born Baby Care: न्यू बार्न बेबी को जरुरत से अधिक देखभाल की जरुरत होती है उसे खिलाने पिलाने से लेकर कब नहलाना चाहिए और कैसे देखभाल करनी चाहिए। क्योंकि न्यू बार्न बेबी (New Born Baby) बहुत ही सेंसिटिव होते है।जरा सी भी लापरवाही बच्चों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है।
खासकर न्यू बार्न बेबी (New Born Baby) को कब और कैसे नहलाना चाहिए। इसका सही तरीका जानना बेहद जरुरी है। क्योंकि आज कल न्यूक्लियर फैमिली होती है। पुराने समय में बड़े परिवार होते है घर की बुजुर्ग महिलाएं ही बच्चों की अच्छे से देखभाल कर लेती थी।
उनका अनुभव और केयर से बच्चों की छोटी छोटी बीमारियां भी चुटकी में ठीक हो जाती थी। अब छोटे परिवार होते है। पति पत्नी और बच्चा। ऐसे में बच्चों की देखभाल का खास ख्याल रखने की जरुरत होती है। न्यूबार्न बेबी (New Born Baby) को नहलाना बहुत आसान नहीं होता है। वह इतने सेंसिटिव होते है की जरा सी लापरवाही से दिक्कत हो सकती है।
न्यू बार्न बेबी (New Born Baby) को तब तक नहीं नहलाना चाहिए जबतक उसकी गर्भनाल सूखकर गिर ना जाए। जन्म के लगभग दस दिन या फिर तीन हफ्ते के बीच में यह अपने आप गिर जाती है। तब तक शिशु को स्पंज की हेल्प से शरीर को बस पोछ कर ही साफ किया जाता है। जन्म के तुंरत बाद बच्चे को तुरंत नहलाना से बच्चों को सर्दी जुकाम हो सकती है। इसलिए बेहद सावधानी बरतना जरुरी है। जन्म के तुरंत बाद शिशु को नहलाने से बच्चों में ब्लड शुगर लेवल भी कम हो सकता है।
बच्चों के शरीर को इस तरह से करें स्पंज
न्यू बार्न बेबी (New Born Baby) को पहले नर्म बराबर जगह पर लिटा लें। हल्के गुनगुने पानी में स्पंज या किसी साफ सूती कपड़े को भिगोकर रखें। पानी के टेंपरेचर को हमेशा अपनी कलाई से चेक जरुर करें। क्योंकि आपकी बाकी हाथ की तुलना में यह गर्मी के प्रति अधिक संवेदनशील होती है।
शिशु को किसी चादर में लपेटकर रखें और एक समय पर एक ही हिस्से को साफ करने के लिए बाहर निकालें। ध्यान रखें कि स्पंज को अच्छी तरह से निचोड़ लें और फिर शिशु के शरीर को हल्के हाथों से पोंछे। इसके बाद उस हिस्से को सूखे कपड़े से सुखा लें और फिर दूसरे हिस्से को स्पंज से साफ करें। न्यू बार्न बेबी (New Born Baby) को बहुत आराम से पकड़े और उसकी स्किन पर जमा गंदगी और धूल को साफ करें।
विशेषज्ञों के अनुसार न्यू बार्न बेबी को हफ्ते में एक या दो बार ही नहलाना चाहिए। क्योंकि न्यू बार्न बेबी बाकी बच्चों के मुकाबले कम गंदे होते है क्योंकि न हो उन्हें पसीना आता है और न ही बड़े बच्चों की तरह मिट्टी में खेलते है। हालंकि की साफ सफाई का ध्यान रखते हुए स्पंज करना चाहिए।
न्यू बार्न बेबी (New Born Baby) को नहलाते समय रखें इन बातों का ध्यान
अगर आप अपने न्यू बार्न बेबी (New Born Baby) को नहलाने जा रही हैं तो बहुत ही सावधानी पूर्वक नहलाएं जल्दबाजी जरा भी न करें। बच्चे को हल्के गुनगुने पानी से चेक करके नहलाएं। कोशिश करें न्यू बार्न बेबी को नहलाने की बजाय स्पंज ही करें जब तक बच्चा इसके लिए तैयार न हो जाए। बच्चे को खुले में नहलाने की बजाय ऐसी जगह नहलाएं जहां तापमान थोड़ा गर्म हो। बच्चेको ठीक से पकड़े ताकि बच्चा साइड से फिसले न।